CG :वाटरशेड कार्यों का निरीक्षण करने जा रहे वन अमले पर ग्रामीणों ने रास्ता रोककर किया लाठी डंडों से हिंसक हमला,डिप्टी रेंजर समेत कई घायल,भागकर बचानी पड़ी जान,रिपोर्ट दर्ज

वन भूमि पर कब्जे की लगाए थे गुहार ,सुशासन में नहीं सुनी गई पुकार, विभागीय प्लांटेशन से ग्रामीण थे नाराज

बालोद। डौंडी वन विभाग की टीम पर ग्रामीणों द्वारा लाठी से हमला करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि डिप्टी रेंजर अपने अन्य सहयोगियों के साथ डौण्डी वन परिक्षेत्र अंतर्गत पेंवारी कक्ष क्रमांक 156 में वृक्षारोपण के हिसाब से वाटरशेड मैनेजमेंट के हुए काम का निरीक्षण करने जा रहे थे। ये टीम वहां तक नहीं पहुंचे थी और रास्ते में ही 50 से भी अधिक ग्रामीणों ने उन्हें रोककर लाठी-डंडों से उन पर वार कर दिया। ग्रामीणों के हिंसक हमले में एक डिप्टी रेंजर दो वनपाल और एक फॉरेस्ट गार्ड को चोट आई है। सभी ने मौके से भागकर जान बचाई।

मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में एक डिप्टी रेंजर दो वनपाल और एक फॉरेस्ट गार्ड को चोट आई हे। साथ ही जिस स्थल पर ये टीम जा रही थी, उस वन क्षेत्र में बीज बोवाई कार्य में लगे ग्रामीण मजदूरों के साथ भी मारपीट किया गया है। जिसमें चार ग्रामीण मजदूर चोटिल हुए हैं।

वन कर्मियों को भागकर बचानी पड़ी अपनी जान

बताया जा रहा है कि सभी वन कर्मियों को वहां से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी है। सभी चोटिल वन कर्मी और मजदूरों को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र डौंडी लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। वन कर्मियों और मजदूरों द्वारा इस घटना की रिपोर्ट डौंडी थाना में दर्ज कराई गई है।
घटना की जानकारी के बाद डीएफओ सभी पीड़ितों से मिलने डौंडी पहुंचे हैं। यह बात सामने आयी है कि ग्रामीणों ने उस वन क्षेत्र को कब्जा करने आवेदन दिया था ,लेकिन वन विभाग द्वारा सुशासन तिहार के दौरान आवेदन को निरस्त कर दिया गया और अब वन क्षेत्र के उस स्थान पर वृक्षारोपण की तैयारी की जा रही है।