छत्तीसगढ़िया महापौर बनाकर सामंजस्य की तैयारी ,जानें निगम में इस पद के लिए कौन कौन हैं दावेदार ….

कोरबा। नगर पालिक निगम कोरबा के चुनाव में एतिहासिक जीत दर्ज कर भाजपा की श्रीमती संजू देवी राजपूत महापौर पद पर आसीन हो गई हैं। सदन में साथ देने बहुमत से ज्यादा पार्षद चुनाव जीत कर आए हैं। भाजपा के लिए अब सभापति का चयन करना आसान नहीं रह गया है। आधा दर्जन से ज्यादा दिग्गज चुनाव जीतकर पार्षद बने हैं, ऐसे में किसी एक का चयन करने में संगठन उलझ सकता है। केबिनेट मंत्री के भाई नरेन्द्र देवांगन, पूर्व सभापति अशोक चावलानी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल सभापति के प्रबल दावेदार हैं।

इस बीच भाजपा पार्षदों में छत्तीसगढ़िया सभापति की चर्चा तेज हो गई है। भाजपा महापौर पूर्वांचल से ताल्लुक रखती हैं,ऐसे में छत्तीसगढ़िया सभापति बनाकर सामंजस्य बैठाया जा सकता है। छत्तीसगढ़िया सभापति के रूप में नरेंद्र देवांगन, नूतन सिंह, लक्ष्मण श्रीवास प्रबल दावेदार हैं। दिल्ली की तर्ज पर परिवारवाद के आरोप से बचने नरेंद्र देवांगन की दावेदारी कमजोर हो सकती है।

ऐसे में भाजपा प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से 742 वोट से जीत दर्ज करने वाले नूतन सिंह को सभापति बना दे तो हैरानी नहीं होगी। अजीत जोगी सरकार के समय नूतन सिंह केबिनेट मंत्री लखन देवांगन के साथ जेल में थे, लखन देवांगन कई अवसरों पर नूतन सिंह को जेल का साथी बताकर तारीफ कर चुके हैं।
दूसरी ओर भाजपा प्रदेश मंत्री विकास महतो के विश्वासपात्र साथी के रूप में नूतन सिंह उनकी पहली पसंद हैं। मुस्लिम बाहुल्य पुरानी बस्ती कोरबा से एकतरफा जीत दर्ज करने तथा जिला अधिवक्ता संघ कोरबा में लगातार सचिव बनने का रिकॉर्ड नूतन सिंह की दावेदारी को अन्य के मुकाबले मजबूत करता है। जिस तरह महापौर प्रत्याशी के चयन में भाजपा ने सबको चौकाया है वैसे ही गुटबाजी दूर करने नए नाम सामने लाकर भाजपा फिर सबको चौंका सकती है। सूत्रों के अनुसार पार्षदो‌ के शपथ ग्रहण समारोह के बाद भाजपा सभापति का नाम तय करेगी।