कोरबा -करतला। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 03 से सावित्री अजय कंवर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कमला राठिया 6 हजार 696 मतों के बड़े अंतर शिकस्त देकर विजयश्री हासिल की । भाजपा का समर्थन नहीं मिलने के बावजूद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी समर में जनसेवा के उद्देश्यों लक्ष्यों के साथ उतरीं सावित्री अजय कंवर का ऐसा प्रभाव रहा कि क्षेत्रीय विधायक फूलसिंह राठिया की बहू अपने ही गांव में वोट नहीं निकाल पायी पाईं । जिला पंचायत कोरबा में आज अधिकारिक घोषणा कर सावित्री अजय कंवर को प्रमाण पत्र दिया गया।
पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में कोरबा के चारों जिला पंचायत का परिणाम आ गया है जिसमें क्षेत्र क्रमांक 03 से सावित्री अजय कंवर ने 15452 मत पाकर सबसे अधिक 6696 मतों के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रामपुर विधायक की बहू कमला राठिया को हराया है। कमला राठिया को 8756 मत प्राप्त हुए जबकि भाजपा समर्थित प्रत्याशी हेमलता राजेंद्र राठिया 6942 मत प्राप्त कर चौथे नंबर पर रहे। तीसरे नंबर पर 8482 मत प्राप्त कर त्रिवेणी राठिया ने अपना जोर दिखाया। पांचवे नंबर पर सुनीता कंवर को 4220 मत और छठवें नंबर पर मोहलता राठिया को 1753 मत प्राप्त हुए।
क्षेत्र क्रमांक 03 में जिला पंचायत सदस्य के 6 उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें भाजपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में हेमलता राजेन्द्र राठिया और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के रूप में रामपुर विधायक फूल सिंह राठिया की बहू कमला राठिया मैदान में थी। राजेंद्र राठिया पूर्व जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं जबकि कमला राठिया वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य थी। इनके अलावा त्रिवेणी राठिया वर्तमान जनपद सदस्य, सुनीता कंवर वर्तमान जनपद अध्यक्ष और मोहलता राठिया आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगलाल राठिया की पत्नी हैं। अजय कंवर ने अपने क्षेत्र में इतने धुरंधर प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी है।
तो भाजपा को उठाना पड़ सकता है नुकसान
अजय कंवर आज भी भाजपा के एक समर्पित कार्यकर्ता हैं किंतु पार्टी ने कभी भी उनका सही आंकलन नहीं किया और हमेशा अवसर से वंचित रखा। जिला पंचायत के लिए भाजपा से समर्थन न मिलने से उन्होंने अपनी धर्मपत्नी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ाकर भारी मतों से जीत हासिल कर भाजपा को अपनी क्षमता का अहसास दिलाया है। अभी भी भाजपा के प्रति अजय कंवर ने अपनी आस्था और विश्वास बनाए रखा है। अगर आज भी भाजपा ने अजय कंवर की काबिलियत को नहीं पहचाना और उसको महत्व नहीं दिया तो कहीं अजय कंवर ने पूरी तरह भाजपा से बगावत कर दिया तो पार्टी को भविष्य में एक बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।