नाबालिगों में बढ़ रही चोरी व नशे की लत,धर पकड़ ठंडे बस्ते में
कोरबा। एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना खदान क्षेत्र में डीजल चोरी की वारदात जारी है। त्रिपुरा स्टेट राइफल्स की क्यूआरटी पेट्रोलिंग टीम ने शुक्रवार को एक बड़ी चोरी की वारदात को पकड़ा, लेकिन डीजल चोर फरार हो गए। आवेदन के बाद पुलिस फरार चोरों की तलाश कर रही है।
कुसमुंडा परियोजना में बढ़ते डीजल व कबाड़ चोरी को अंकुश लगाने के लिए त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के अधिकारी प्रयासरत हैं। शुक्रवार को दोपहर लगभग 1:30 बजे एक निजी वाहन ठेकेदार के अधीन संचालित महिंद्रा बोलेरा कैम्पर वाहन क्रमांक सीजी 12 बीएच 8504 को डोजर से डीजल निकालकर भागते हुए दौड़ाया गया। वाहन चालक अपने एक साथी के साथ चलते हुए गाड़ी से कूदकर भागने लगा, जिसे टीएसआर के अधिकारी ने काफी दूर तक दौड़ाया, लेकिन दोनों चोर भागने में सफल हो गए।
छोड़े गए वाहन में एक मोबाइल फोन जिसका नंबर 7587207145 है, साथ ही डीजल निकलने में उपयोग किए जाने वाले होस पाइप और एक लॉग बुक जप्त करते हुए शाम को थाना कुसमुंडा को सुपुर्द किया गया। टीएसआर विभाग के अधिकारी ने इस पूरे घटना की लिखित सूचना एसईसीएल के अधिकारियों को दी है। प्राप्त हुए इस पत्र के आधार पर कुसमुंडा परियोजना के सुरक्षा विभाग के सहायक निरीक्षक ने थाना कुसमुंडा को आवेदन प्रेषित करते हुए एफआईआर दर्ज करने का आग्रह किया है। पुलिस विभाग द्वारा मामले की जांच की जा रही है, साथ ही फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
0 कबाड़ चोरियों पर नहीं लग पा रहा अंकुश
पुलिस कप्तान की सख्ती के बीच कबाड़ चोर और चोरी का लोहा-तांबा-पीतल-एल्युमिनियम खरीदने वाले सक्रिय हैं। फेरी वालों से रेट घटाकर कबाड़ सामान खरीदे जा रहे हैं तो वहीं नशा आदि की पूर्ति के लिए छोटे-मोटे सामानों की चोरी कर खपाने वालों को भी चंद कबाड़ी बढ़ावा दे रहे हैं। सरकारी संपत्ति चोरों के निशाने पर है तो निगम का सौंदर्यीकरण भी इनके टारगेट में है। tp नगर से लगे इलाके में कबाड़ खरीदने वाले इस तरह का लोहा खरीद रहे हैं जिन तक नशेड़ी किस्म के युवा रेलिंग का लोहा तोड़कर बेच रहे हैं। पिछले दिनों ही cseb चौकी के निकट पंजाबी जंक्शन के डिस्प्ले बोर्ड का इलेक्ट्रिक पैनल काटकर चुरा लिया गया,वह पकड़ से दूर है। चोरी किये जाने वाले बड़े-बड़े लोहे के स्ट्रक्चर कबाड़ी काटकर खपा रहे हैं और यदि मामला पकड़ में आया तो सम्बन्धित कबाड़ी से कुछ कीमत दिलवाकर राहत दिलाने का काम कुछ मध्यस्थ बखूबी कर रहे हैं। कबाड़ी चोरी का माल खरीद रहे हैं वहीं सूत्र बताते हैं कि गाड़ियां भी कट रहीं हैं, मुखबिर या तो फेल हैं या शरणागत..।