कोरबा। धरती पर डॉक्टर को दूसरे भगवान की संज्ञा दी गई है जो मरीज के जीवन की रक्षा हेतु हर सम्भव कार्य व प्रयास करता है, लेकिन उस डॉक्टर को क्या कहें जो अपने ज्ञान के गुरूर में मरीज के बढ़ते मर्ज को अनदेखा कर इस हालत में पहुंचा दे कि उसका अंग भंग करना पड़ जाय,जीवन भर के लिए अपाहिज होने का दंश दे दे..? कोरबा जिले में एक सरकारी डॉक्टर की करतूत के कारण पीड़ित को अपना एक हाथ कटवाना पड़ा,किन्तु दोषी डॉक्टर को आज तक उसकी करनी का, लापरवाही का दण्ड नहीं मिल सका है। अनेक शिकायतों के बाद भी मामला जांच तक अटका हुआ है।

पीड़ित आवेदक पुरुषोत्तम लाल सोनी उम्र 54 वर्ष पिता साधू राम सोनी, निवासी चेकपोस्ट, भदरपारा बालको नगर जिला कोरबा ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र प्रेषित किया। इसकी जांच थाना सिविल लाईन रामपुर में की जा रही है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि आवेदक पुरुषोत्तम लाल दिनांक 25.05.2024 को गर्मी के कारण कमजोरी
लगने से जिला चिकित्सालय में ड्यूटीरत डॉ. विशाल सिंह राजपूत के द्वारा आवेदक को ग्लूकोज बाटल चढ़ाने हेतु अपातकालिन वार्ड में रखकर 02 घण्टा तक बांया हाथ के नस में निडील लगाया गया और उक्त बॉटल में कुछ दवाई भी डाला गया था। फिर 02 घण्टे बाद आवेदक को जनरल वार्ड में 20 नंबर के बेड पर शिफ्ट कर दिया। आवेदक कहता है कि उसके बांया हाथ के नस पर बाटल चढ़ा रहे थे, उस हाथ में गलत तरीके से नस पर निडिल लगाने से उसके हाथ में सूजन आ गया जिसे आवेदक के द्वारा संबंधित डॉक्टर, नर्स व कम्पाउंडर को बताया गया परंतु उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिय गया और उसी नस में लगे निडिल में बाटल लगातार लगाते रहे एवं दवा डालते रहे। दिनांक 26.05.2024 को आवेदक का बांया हाथ के ऊंगली से हल्का नीला पन दिखने लगा। जिसके बारे में आवेदक ने डॉक्टर विशाल सिंह राजपूत एवं ड्यूटीरत नर्स व कम्पाउडर को बताया गया।

डॉ.विशाल सिह राजपूत के द्वारा आवेदक के बातों व उसके हाथ में पड़ रहे नीलापन को अनदेखा किया गया। देखते ही देखते आवेदक के हाथ में नीला पन बढ़ते गया व दर्द एवं जलन होने लगा परन्तु डॉ. के द्वारा कोई भी ईलाज नहीं किया गया। डॉ. विशाल सिंह रापजूत के द्वारा नीला पड़ रहे ऊंगली पर पट्टी करने भेज दिया गया। पट्टी करने वाले के द्वारा आवेदक को पट्टी करने से मना कर दिया। दिनांक 03.06.2024 को आवेदक के घर वालों के द्वारा डॉ. विशाल सिंह राजपूत को फिर से अत्याधिक दर्द होना बताया तब डॉ. विशाल सिंह के द्वारा आवेदक व उसके परिवार वालों से अभद्र व्यवहार करते हुए तुम्हारा ईलाज यहां नहीं होगा,कहा गया। मजबूरन आवेदक को ईलाज हेतु दिनांक 03.06 2024 की न्यू कोरबा हास्पिटल में भर्ती कराया गया जहां Dr. SL Paliwal (General Surgeon) के द्वारा रिफर 04.06.2024 को करने पर दिनांक 05.06.2024 को रायपुर में ईलाज हेतु अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर (छ.ग.) भर्ती किया गया। वहां बताया गया कि हाथ में इंफेक्शन हो गया है जो धीरे-धीरे पूरे हाथ में बढ़ रहा है व हाथ को आपरेशन कर काटना पड़ेगा,तब दिनांक 08.06.2024 को ऑपरेशन कर हाथ काट दिया गया।
सिविल लाइन पुलिस ने इस मामले में आवेदक पुरुषोत्तम लाल सोनी पिता साधूराम सोनी के द्वारा प्रेषित शिकायत की जांच मेडिकल टीम गठित कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध अविलंब उपलब्ध कराने हेतु संयुक्त संचालक जिला मेडिकल अस्पताल कोरबा को अग्रेषित किया है। 4 अक्टूबर 2024 को लिखे पत्र पर आज पर्यंत जांच/कार्रवाई/FIR लंबित है।
