कोरबा। जिला भाजपा का विवादों से नाता छूटता नजर नहीं आ रहा है। अभी सभापति को लेकर पार्टी के भीतर व्याप्त असंतोष और क्रॉस वोटिंग का मामला जहां उजागर हुआ है और अभी ठंडा नहीं पड़ा है बल्कि कुछ और पर कार्रवाई की गाज गिरने वाली है। इसके बीच एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद की टिकट देने के लिए रुपए लेन-देन का खेल हुआ। टिकट नहीं मिली तो अब पैसे भी वापस नहीं किये जा रहे हैं। रुपए देने वाला पार्टी का 25 वर्ष पुराना कार्यकर्ता है जो न्यायालय जाने की राह पर है।
गम्भीर आरोप में बालको भा.ज.पा. मण्डल अध्यक्ष दिलेन्द्र यादव, पूर्व मंडल अध्यक्ष शिव बालक सिंह तोमर एवं वरिष्ठ एवं पार्षद सत्येन्द्र दुबे के द्वारा पार्षद टिकट दिलाने के नाम से 1 लाख रूपये लिए गए।
पीड़ित खोमन लाल देवांगन पिता नंदूलाल देवांगन 43 वर्ष, निवासी-पुराना रिसदा लालघाट वॉर्ड क्र. 38 का निवासी है। उसने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन मंत्री को बताया है कि वह विगत 10 वर्षों से भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता है, जो कि वर्तमान अध्यक्ष दीलेन्द्र यादव, पूर्व मण्डल अध्यक्ष शिव बालक सिंह तोमर, एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्येन्द्र दूबे के द्वारा पार्षद टिकट दिलाने के नाम से उससे 1 लाख राशि की मांग ली गई है।
जब निगम चुनाव-2025 के पार्षद टिकट के लिये मण्डल में आवेदन मंगाए जा रहे थे तब उसने भी मण्डल अध्यक्ष दिलेन्द्र यादव, शिव बालक सिंह तोमर, सत्येन्द्र दूबे को आवेदन दिया और चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की परंतु आवेदन देने के बाद शिव बालक सिंह तोमर और दीलेन्द्र यादव के साथ में रहने वाले निखिल मित्तल द्वारा उससे पहले 8 लाख रूपये की मांग की गई, फिर 8 लाख नहीं देने की बात कही तो 3 लाख रूपये फिर बाद भी पैसे की व्यवस्था नहीं होने की बात कही तो उसके अंतिम में एक लाख रूपये में सहमति बनी। फिर उन तीनों ने बालको ग्राउण्ड में बुलाकर 1 लाख रूपये नगद लिया और उस पैसे को अभी तक वापस नहीं किया है।
उसके बाद पीड़ित ने मण्डल अध्यक्ष को फोन करके पैसे देने की बात कही, फिर पूर्व मण्डल अध्यक्ष शिव बालक सिंह तोमर को भी पैसे देने की बात कही है और पैसे मिलने के बाद शिव बालक सिंह तोमर ने टिकट पक्की होने की बात कही है। चुनाव की तैयारी होने की बात कही, इसके बाद पीड़ित ने चुनाव की तैयारी प्रारंभ किया। जब टिकट फाइनल हुआ, तब उसका नाम नहीं आने पर पैसा वापस मागा, तब से आज तक पैसा वापस नहीं हुआ है।
जब पीड़ित ने टिकट कैसे दिलाओगे करके पूछा तो, उन लोगों ने कहा कि हम तीनों जो लिखकर देगे, वहीं मत्री जी, जिला अध्यक्ष उसका नाम फाइनल करेगा। आग्रह किया गया है कि इस तरह की गतिविधि कार्य करने पर मण्डल अध्यक्ष दीलेन्द्र यादव, शिव बालक सिंह तोमर, सत्येन्द्र दूबे पर कार्यवाही की जाये एवं उसका 1 लाख रूपये वापस करवाया जाये, नहीं तो कानूनी प्रक्रिया में जाने के लिए प्रतिबद्ध होऊँगा।
0 25 वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहा
पीड़ित ने बताया कि वह भारतीय जनता पार्टी से सन 2000 से जुड़कर 25 वर्षों से लगातार विभिन्न पदो पर रहते हुवे कार्य किया हैम पूर्व में भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष के साथ-साथ दो बार भाजपा मंडल महामंत्री एवं दो बार पार्षद भी रहा। उसके साथ आज तक इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है।इस तरह की घटना से उसे बहुत दुःख एवं मानसिक पीड़ा हुई है। उक्त जानकारी उस समय नहीं दिया क्योंकि चुनाव के समय यदि यह बात गलती से जनता के बीच आ जाता तो संभव है नगर पालिक निगम के चुनाव पर विपरीत असर पड़ता।