सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 परियोजना स्तर पर रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा यूनिट स्थापित करने महिला स्व सहायता समूहों में दिखा उत्साह , 67 समूहों ने आवेदन कर संचालन के लिए की दावेदारी

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के डेढ़ साल
बाद पायलट प्रोजेक्ट के तहत आकांक्षी जिला कोरबा समेत 6 जिलों में रेडी टू ईट उत्पादन एवं वितरण का कार्य राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाइयों की जगह शासन की घोषणानुरूप महिला स्व सहायता समूहों को संचालन का दायित्व देने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही । कोरबा जिले में जिले के सभी 10 परियोजनाओं में परियोजना स्तर पर स्था etपित होने वाले यूनिट के लिए मंगाए गए अभिरुचि के प्रस्ताव में समूहों का जबरदस्त उत्साह दिखा है। 10 यूनिट के लिए 67 महिला स्व सहायता समूहों ने आवेदन किए हैं। 5 दिनों के भीतर स्क्रूटनी दावा आपत्ति लेकर ग्रेडिंग तैयार कर चयन सूची जारी की जाएगी।

यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 6 माह से 6 वर्ष के नोनिहालों ,किशोरियों,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के पोषण के लिए कार्य किया जा रहा है।मंत्रालय महिला एवं बाल विकास विभाग महानदी भवन रायपुर द्वारा सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 के तहत पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा का परियोजना स्तर पर स्थापित यूनिट के माध्यम से निर्माण एवं आपूर्ति हेतु महिला स्व सहायता समूहों के चयन एवं कार्य से पृथक करने की प्रक्रिया का निर्धारण करने सर्कुलर जारी किया था। इस आदेश के प्रभावशील होने से रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा व निर्माण एवं आपूर्ति संबंधी पूर्व में जारी समस्त निर्देश /आदेश अपास्त हो जाएंगे। राज्य से जारी सर्कुलर संलग्न कर महिला स्व सहायता समूहों के चयन एवं कार्य से पृथक करने की प्रक्रिया का निर्धारण करने जिलों से आवेदन मंगाए जाने की प्रकिया शुरू कर दी गई है। जिसके तहत कोरबा जिले में कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा द्वारा समस्त दस बाल विकास परियोजनाओं में आगंनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा का निर्माण एवं आपूर्ति करने के लिए फर्म एवं सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पंजीकृत सक्षम महिला स्व -सहायता समूहों से प्रस्ताव 7 से 21 अप्रैल तक डाक एवं कोरियर के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे। जिसमें महिला स्व सहायता समूहों का जबरदस्त रुचि दिखी है। 10 परियोजनाओं के 10 यूनिट के लिए 67 महिला स्व सहायता समूहों ने आवेदन कर प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है। दिनों के भीतर स्क्रूटनी दावा आपत्ति लेकर ग्रेडिंग तैयार कर चयन सूची जारी की जाएगी।

जिले में 94 सेक्टर के 2598 आंगनबाड़ी केंद्रों में होगी आपूर्ति 👇

आकांक्षी जिला कोरबा में दस परियोजना हैं ,इन 10 परियोजनाओं के अंर्तगत 94 सेक्टर एवं 2598 आगंनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों में अब महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से रेडी टू ईट एवं
फोर्टिफाइड आटा का निर्माण एवं आपूर्ति की जाएगी।

चयनित समूह को संबंधित सेक्टर के लिए 1 समूह को कार्य के लिए संबद्ध किया जाना अनिवार्य 👇

प्रत्येक परियोजना के लिए एक महिला समूह का चयन किया जावेगा। जिनके द्वारा परियोजना के आगंनबाड़ी केंद्रों के लिए रेडी टू ईट फूड एवं फोर्टिफाइड आटा का निर्माण एवं आगंनबाड़ी केंद्रों तक आपूर्ति किया जाएगा। चयनित समूह को संबंधित सेक्टर के लिए 01 समूह को कार्य के लिए संबद्ध किया जाना अनिवार्य होगा। जिसका चयन यूनिट संचालन हेतु चयनित समूह द्वारा किया जाएगा। उनके देयकों /मजदूरी का भुगतान यूनिट संचालन हेतु चयनित समूह द्वारा किया जाएगा।

ये समूह आवेदन के लिए होंगे पात्र 👇

योजना के तहत वही महिला स्व सहायता समूह आवेदन करने हेतु पात्र होंगे जिसे गठित हुए न्यूनतम 3 वर्ष हो गया हो । सक्रिय हो एवं छत्तीसगढ़ राज्य की फर्म एवं सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत पंजीकृत हो।

तो अन्य परियोजनाओं में स्थापित यूनिट से दोनों परियोजनाओं में की जा सकेगी रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाइड आटा की आपूर्ति 👇

जारी सर्कुलर जिले की स्वीकृत परियोजना अनुरूप 01 यूनिट का निर्धारण किया जाएगा। किंतु यदि किसी परियोजना में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या (100 से कम )एवं रेडी टू ईट की मात्रा कम होने पर अन्य परियोजना में स्थापित यूनिट से दोनों परियोजनाओं की रेडी टू ईट ,फोर्टिफाइड आटा निर्माण एवं आपूर्ति का कार्य समूह द्वारा किया जाएगा।

रीपा के भवन ,गोदाम समेत यहाँ की जाएगी यूनिट स्थापना 👇

चयनित महिला स्व सहायता समूह को यूनिट की स्थापना के लिए जिले में स्थापित रीपा के भवन ,गोदाम आदि संसाधनों के उपयोग को प्राथमिकता दी जाएगी। यदि परियोजना स्तर /शहरी परियोजना पर रीपा की भवन ,गोदाम आदि संसाधनों के उपलब्ध नहीं होने पर अन्य शासकीय भवन /समूह के स्वयं भवन /स्वयं से किराए के भवन की व्यवस्था करनी होगी।
परियोजना स्तर पर 01 यूनिट की स्थापना होगी। यूनिट में पूर्ण स्वचलित मशीन (fully automated machine )की स्थापना की जाएगी। जिसकी लागत एवं कार्यशील पूंजी की व्यवस्था चयनित महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जाएगा। खाद्य सामाग्री की साफ -सफाई पिसाई,फोर्टिफाइड एवं पैकेजिंग आदि समस्त कार्य स्वचलित मशीन द्वारा ही किया जाएगा। निर्माण कार्य में मानव स्पर्श रहित के नियम का पालन किया जाएगा।