कोरबा के इस वनांचल ग्राम की युवती को नौकरी का झांसा देकर पंजाब के लुधियाना भेजा ,एजेंट हिरासत में ,रेस्क्यू शुरू ….

कोरबा । बेला पंचायत की 21 वर्षीय युवती अमृता मंझवार को गांव के ही एक युवक सुखनंद उरांव द्वारा नौकरी का झांसा देकर पंजाब के लुधियाना भेजे जाने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित पिता विष्णु मंझवार ने आरोप लगाया है कि यह घटना उनकी गैरमौजूदगी में हुई और उन्हें इस “सौदे” की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने अपनी बेटी के “बेचे जाने” का भी संदेह जताया है।

मीडिया में मामला उजागर होने के बाद पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने गंभीरता दिखाते हुए बालको थाना को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। थाना प्रभारी की टीम ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी एजेंट सुखनंद उरांव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि उसने युवती को उसके माता-पिता की गैरमौजूदगी में एक ठेकेदार के जरिए 20 हजार रुपये लेकर भेजा था। पुलिस ने मामले में अपराध क्रमांक दर्ज कर लिया है और युवती को सकुशल वापस लाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। बालको थाना प्रभारी ने आश्वासन दिया है कि अमृता को शीघ्र ही उसके परिवार से मिलवा दिया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी का संदेश समाज के नाम– यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में मानव तस्करी और फर्जी रोजगार के नाम पर हो रहे शोषण की गंभीर सच्चाई को सामने लाती है। ऐसे मामलों में प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इसके साथ ही समाज में जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है। सभी नागरिकों से अपील है कि यदि कहीं भी इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे या जानकारी मिले, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाना या महिला हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें। जागरूक नागरिक ही सुरक्षित समाज की नींव रखते हैं।