मानसून ने अनुमान से 8 दिन पहले केरल में दी दस्तक , टूटा 16 साल पुराना रिकार्ड ,इन राज्यों में तूफानी बारिश का अलर्ट ,भीषण गर्मी से मिलेगी निजात

तिरुवनंतपुरम। इस वक्त की सबसे बड़ी ख़बर सामने आ रही है। मानसून ने भारत में दस्तक दे दी है। इस बार अपने तय वक्त से 8 दिन पहले ही मानसून ने केरल के तट पर एंट्री की है। मानसून की इस अर्ली एंट्री ने पिछले 16 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

आईएमडी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून आज यानी शनिवार, 24 मई को केरल में दस्तक दे चुका है। यहां मानसून के पहुंचने की सामान्य तारीख 1 जून है। इस लिहाज से देखा जाए तो दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अपनी सामान्य तिथि से 8 दिन पहले इंडिया में एंट्री मार दी है।

2009 में हुई थी 9 दिन पहले एंट्री

जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले केरल में साल 2009 में मानसून ने सामान्य तिथि से 9 दिन पहले यानी 9 दिन पहले दस्तक दी थी। उससे पहले यह कारनामा साल 2001 में देखने को मिला था। लेकिन अब 16 साल बाद मानसून ने फिर समय से पहले एंट्री ली है।

सामान्य से अधिक बरिश का अनुमान

इससे पहले मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया था। उत्तर भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है, जो दीर्घावधि औसत 64.1 मिमी से 109 फीसदी अधिक होगी। अगर मौसम विभाग की यह भविष्यवाणी सटीक निकली तो किसानों को बड़ी राहत मिलने वाली है।

इन राज्यों में तूफानी बारिश का अलर्ट

आईएमडी ने शनिवार को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, और राजस्थान के लिए आंधी-बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया है। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल में ओले गिरने की चेतावनी भी जारी की है।

केरल में मछुआरों के लिए चेतावनी

मौसम विभाग ने केरल के तटीय और अंदरूनी इलाकों में तेज तूफान की चेतावनी दी है। मछुआरों समेत आम लोगों को एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है। केरल-कर्नाटक-लक्षद्वीप तटों पर 23 से 27 मई तक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।