दंतेवाड़ा के शिक्षा,साहस की तारीफ , ऑपरेशन सिंदूर से लेकर फिटनेस तक ,जानें PM MODI के मन की बातें ….

दिल्ली। ‘मन की बात’ यह कार्यक्रम अब केवल एक मासिक रेडियो शो नहीं, बल्कि जन संवाद का एक अहम माध्यम बन चुका है, जहां पीएम मोदी देशवासियों से सीधे जुड़ते हैं। हर एपिसोड में वह न सिर्फ देश में हो रहे सकारात्मक बदलावों और प्रेरक कहानियों का जिक्र करते हैं, बल्कि आम लोगों को भागीदारी के लिए प्रेरित भी करते हैं।

आज मन की बात का 122वां एपिसोड प्रसारित हुआ है। इस में पीएम मोदी ने कुछ अहम राष्ट्रीय मुद्दों पर बात की है। इनमें हाल ही में सफल रहे ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सेना की बहादुरी, और पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए झूठ की पोल खोलना शामिल है। साथ ही, वे विश्व पर्यावरण दिवस से जुड़ते हुए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की भी चर्चा भी पीएम ने की है।

यहां पढ़ें मन की बात के 122वें एपिसोड की मुख्य बातें (Mann ki Baat 122nd Episode Highlights)

-पीएम ने कहा, आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।

-‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हमारी सेनाओं ने जो पराक्रम दिखाया है, उसने हर हिंदुस्तानी का सिर ऊंचा कर दिया है-पीएम मोदी।

-पीएम ने लोगों से स्वदेशी चीजों को प्राथमिकता देने की अपील की और भारत की प्रगति में अपना योगदान देने को कहा।

-पीएम ने कहा, छत्तीसगढ़ के बस्तर और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों में साइंस का पैशन है। वो स्पोर्ट्स में भी कमाल कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों से पता चलता है कि इन इलाकों में रहने वाले लोग कितने साहसी होते हैं। इन लोगों ने तमाम चुनौतियों के बीच अपने जीवन को बेहतर बनाने की राह चुनी है।

-पीएम ने बस्तर ओलंपिक पर मन की बात के पिछले एपिसोड में हुई चर्चा का भी जिक्र किया।

पीएम ने दंतेवाड़ा के 10वीं-12वीं नतीजों को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे यह जानकार भी बहुत खुशी हुई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में दंतेवाड़ा जिले के नतीजे बहुत शानदार रहे हैं। करीब 95% Result के साथ ये जिला 10वीं के नतीजों में टॉप पर रहा। वहीं 12 वीं की परीक्षा में इस जिले ने छत्तीसगढ़ में छठा स्थान हासिल किया।”

-पीएम ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के गांव काटेझरी का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि जब गांव में पहली बार बस पहुंची तो लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर उसका स्वागत किया। पीएम ने कहा, “गांव में पक्की सड़क थी, लोगों को जरूरत थी, लेकिन पहले कभी यहां बस नहीं चल पाई थी। क्योंकि ये गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था।”

-मन की बात के 122वें एपिसोड में पीएम ने बताया,”पिछले केवल पांच वर्षों में गुजरात के गिर में शेरों की आबादी 674 से बढ़कर 891 हो गई है। Lion Census के बाद सामने आई शेरों की ये संख्या बहुत उत्साहित करने वाली है।”

-पीएम ने बताया, “गुजरात ऐसा पहला राज्य बना, जहां बड़े पैमाने पर Forest Officers के पद पर महिलाओं की तैनाती की गई।”

-पीएम ने नार्थ ईस्ट की बात करते हुए वहां के सामर्थ्य, टैलेंट की तारीफ की और कहा कि ये वाकई अद्भुत है। उन्होंने क्राफ्टेड फाइबर की कहानी सुनाते हुए बताया कि ‘Crafted Fibers’ सिर्फ एक ब्रांड नहीं, सिक्किम की परंपरा, बुनाई की कला, और आज के फैशन की सोच – तीनों का सुन्दर संगम है।

-क्राफ्टेड फाइबर की शुरुआत डॉ० चेवांग नोरबू भूटिया ने की थी। वो पेशे से वो वेटनरी डॉक्टर (Veterinary Doctor) हैं। पीएम ने कहा, “डॉ० चेवांग नोरबू भूटिया दिल से सिक्किम की संस्कृति के सच्चे Brand Ambassador हैं।”

-अपने संबोधन ने पीएम ने हल्द्वानी के जीवन जी की कहानी भी सुनाई

जो बचपन से पोलियो से पीड़ित हैं। 65 साल के जीवन जी ने एक नई कला को जन्म दिया जिसका नाम उन्होंने ‘बगेट’ रखा है।

-पीएम ने बताया कि ड्रोन दीदी कृषि में एक नई क्रांति की शुरुआत कर रही हैं। इसी क्रम में उन्होंने तेलंगाना के संगारेड्डी जिले की महिलाओं के बारे में बताया जो कुछ वक्त पहले तक दूसरों ओअर निर्भर थीं आज ड्रोन के माध्यम से खेतों में दवा का छिड़काव करती हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वो ड्रोन ऑपरेटर नहीं स्काई वरियर हैं।

-अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आने में अब एक महीने से भी कम समय बचा है!पीएम मोदी ने मन की बात में योग दिवस का जिक्र करते हुए कहा,”21 जून 2015 को इसकी शुरुआत के बाद से, दुनिया भर में अधिक से अधिक लोग बड़े उत्साह के साथ इसमें शामिल हो रहे हैं।”

-पीएम ने बताया,”आंध्र प्रदेश की सरकार ने YogAndhra अभियान शुरू किया है। इसका उद्देश्य पूरे राज्य में योग संस्कृति को विकसित करना है। इस अभियान के तहत योग करने वाले 10 लाख लोगों का एक पूल बनाया जा रहा है।”

-पीएम इस साल विशाखापत्तनम में ‘योग दिवस’ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

-पीएम ने बताया,”इस बार भी हमारे युवा साथी, देश की विरासत से जुड़ी iconic places पर योग करने वाले हैं। कई युवाओं ने नए रिकार्ड बनाने और Yoga Chain का हिस्सा बनने का संकल्प लिया है।”

पीएम ने बताया,”24 मई को WHO के Director General की मौजूदगी में एक MoU sign किया गया है। इस अग्रीमेंट के साथ ही International Classification of Health Interventions के तहत एक Dedicated Traditional Medicine Module पर काम शुरू हो गया है। इस पहल से, आयुष को पूरी दुनिया में वैज्ञानिक तरीके से अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।”

-पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ‘सुगर बोर्ड’ की भी चर्चा की जिसके जरिए बच्चों को सुगर इन्टेक के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

-ITBP टीम ने हाल ही में दुनिया की सबसे कठिन चोटियों में से एक पर चढ़ाई करते हुए एक अनोखे मिशन पर काम करके स्वच्छता के प्रति असाधारण प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया।

-ITBP की टीम, माउंट मकालू जैसे, विश्व की सबसे कठिन चोटी पर चढ़ाई के लिए गई थी। उन्होंने सिर्फ पर्वतारोहण नहीं किया, उन्होंने अपने लक्ष्य में एक मिशन और जोड़ा ‘स्वच्छता’ का।

-पीएम ने बताया,”चोटी के पास जो कचरा पड़ा था, ITBP की टीम ने उसे हटाने का बीड़ा उठाया। 150 किलो से ज्यादा non-biodegradable waste इस टीम के सदस्य अपने साथ नीचे लाए। इतनी ऊंचाई पर सफाई करना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन यह दिखाता है कि जहां संकल्प होता है, वहां रास्ते अपने आप बन जाते हैं।”

स्टार्ट-अप्स भारत में कागज पुनर्चक्रण क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा,”विशाखापत्तनम, गुरुग्राम ऐसे कई शहरों में कई Start-Up paper recycling के innovative तरीके अपना रहे हैं। कोई recycle paper से packaging board बना रहा है, कोई digital तरीकों से newspaper recycling को आसान बना रहा है।”

-जालना जैसे शहरों में कुछ Start-Up 100 percent recycled material से packaging roll और paper core बना रहे हैं। आप ये भी जानकर प्रेरित होंगे, एक टन कागज की recycling से 17 पेड़ कटने से बचते हैं और हजारों लीटर पानी की बचत होती है।

-खेलो इंडिया ने खेल भावना पर प्रकाश डाला और यह भारतीय खेलों के भविष्य को बढ़ावा देगा।

-भारत शहद उत्पादन और निर्यात में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक बन गया है। इस सकारात्मक प्रभाव में राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन जैसी पहल की बड़ी भूमिका है।

-पीएम ने पुणे में एक सराहनीय प्रयास के बारे में बताया, जहां मधुमक्खियों के छत्तों को सुरक्षित तरीके से स्थानांतरित किया गया। इस प्रयास की बदौलत, मधुमक्खियों की बस्तियों को बचाया जा रहा है, शहद का उत्पादन बढ़ रहा है और मधुमक्खियों के बारे में जागरूकता बढ़ रही है।

कई भाषाओं में होती है ‘मन की बात’ की ब्रॉडकास्टिंग

‘मन की बात’ को भारत की 22 भाषाओं और 29 बोलियों, साथ ही 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तो, फारसी, दारी और स्वाहिली जैसी भाषाएं शामिल हैं।

500 से ज्यादा आकाशवाणी केंद्रों से होता है प्रसारण

इस कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटरों से किया जाता है। शुरुआत में ‘मन की बात’ की समय सीमा 14 मिनट थी, जिसे जून 2015 में बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया।