कोरबा। एनटीपीसी के कावेरी गेस्ट हाउस में बंद कमरे से निकली एक तस्वीर ने ऊर्जाधानी से लेकर राजधानी तक राजनितिक गलियारे और राजभवन तक बवाल मचा रखा है। इस तस्वीर को लेकर कई तरह की बातें सामने आई और बयानबाजी भी शुरू हुई। आदिवासी नेता का अपमान भी करार दिया गया और कलेक्टर ने भी पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल द्वारा किये पोस्ट पर नोटिस भी जारी कर दिया है। सोशल मीडिया में कांग्रेस और अन्य द्वारा तेजी से वायरल किये जा रहे इस तस्वीर को लेकर मची हलचल और भाजपा के वरिष्ठतम आदिवासी नेता का अपमान सम्बन्धी बयानों के बीच पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान हुए घटनाक्रम की जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा है कि आधी-अधूरी बातों का बतंगड़ बनाया जा रहा है जबकि उनके सम्मान में कहीं भी कोई भी कमी नहीं रही।
ननकी राम कंवर ने महामहिम राज्यपाल से भेंट मुलाकात से जुड़ी पृथक तरह की खबर की सच्चाई पर प्रकाश पर डालते हुए कहा कि- मुझे महामहिम राज्यपाल से भेंट के समय कोई अपमानित नहीं किया है और वास्तविक जानकारी के अभाव में समाचार प्रकाशित किया गया है। राज्यपाल रमेन डेका से मुलाकात करने कावेरी विहार एनटीपीसी गेस्ट हाउस पहुंचा था लेकिन जैसे ही महामहिम को जानकारी प्राप्त हुआ कि ननकी राम कंवर मिलना चाह रहे हैं तो उन्होंने अपने स्टाफ को भेज कर तत्काल सबसे पहले मुझे अपने कक्ष में बुलाकर समय दिये, अपने सामने में बैठने के लिए उन्होंने सम्मानपूर्वक कहा। इसके बाद राज्यपाल के सामने वाले सोफा में अपने सहयोगी कार्यकर्ता के साथ बैठा हुआ था और सामने सेंटर टेबल था जिसके आमने-सामने दो-दो सोफा लगे हुए थे तब मुझे अपना शिकायत पत्र राज्यपाल महोदय को देने के लिए अपने सोफे से उठकर राज्यपाल के हाथ में देते समय फोटो जनसंपर्क विभाग के द्वारा खींचा गया। राज्यपाल के बगल सोफा पर कलेक्टर बैठे थे। अब तस्वीर का किसने कैसा और क्या आशय किस मकसद से लिया,उस पर मैं क्या कहूँ? राज्यपाल के साथ कौन बैठ सकता है,कौन नहीं,यह प्रोटोकॉल का विषय है किंतु मेरा किसी भी प्रकार का अपमान राज्यपाल के द्वारा नहीं किया गया है, और न ही मेरी कोई टीका-टिप्पणी। मैं तो महामहिम राज्यपाल को साधुवाद देता हूं कि उन्होंने कोरबा भ्रमण पर अपना कीमती समय निकालकर मेरी बात सुनने के लिए समय दिए। कोरबा में प्रशासनिक कारणों से जो भी समस्या आ रही है उस संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी से अवगत कराया। महामहिम राज्यपाल ने किसी तरह से अपमान नहीं किया है,वास्तविक सत्कार के संबंध में शायद सही जानकारी नहीं थी, इसलिए वायरल फोटो को देखकर गलत प्रचारित किया गया है या भाजपा सरकार को बदनाम करने की नीति से यह समाचार बनवाया गया है, ऐसा मुझको लगता है। ननकीराम कंवर ने अपने कार्यकर्ता के माध्यम से बात रखते हुए कहा है कि इस तरह राज्यपाल के सामने मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली खबर पूर्ण रूप से गलत है।