SECL ने जमीन ले ली ,2 दशक से रोजगार के लिए भटकाया , 3 दिवसीय हड़ताल में धरना में बैठी गोमती,भीतर से ताला बंद कर दिए अधिकारी ….

कोरबा। एसईसीएल की कुसमुण्डा परियोजना से प्रभावित भूविस्थापितों के द्वारा प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कटघरे में खड़ा कर दिया गया है। पिछले दिनों महिलाओं के द्वारा GM दफ्तर के भीतर अर्धनग्न प्रदर्शन किए जाने के बाद से जहां SECL अधिकारी सहमे हुए हैं वहीं दूसरी तरफ आज से भूविस्थापित परिवार की गोमती केवट पति विजय केवट ने भी मोर्चा खोल दिया है।

पिछले दिनों आवेदन देकर निराकरण करने की मांग करने वाली गोमती ने 3 दिन के लिए गेट पर धरना देने का ऐलान किया था। उसे गेट से उठाने के लिए पुलिस के अधिकारी, SECL के अधिकारी पहुंचे थे लेकिन वह टस से मस नहीं हुई। अभी समाचार लिखे जाने तक रात 10 बजे भी वह गेट पर बैठी हुई है।

सुबह 11 से वह यहां डटी है। उसके साथ विस्थापित परिवार के दो अन्य वृद्ध भी बैठे हुए हैं। स्थानीय भूविस्थापितों के द्वारा अधिकारियों के साथ इस मसले को लेकर वार्ता में सहयोग किया जा रहा है।

सौंपा गया है यह मांगपत्र, अधिकारियों पर FIR की भी मांग👇

मुख्य महाप्रबंधक कुसमुण्डा क्षेत्र को अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं खदान में कोल उत्पादन ठप्प करने, जी.एम. ऑफिस के सामने मेनगेट ताला बन्दी एवं धरना प्रदर्शन के सम्बंध में पिछले दिनों ज्ञापन दिया गया था। गोमती ने बताया कि वे सभी विगत 22 वर्षों से भूमि के एवज में मिलने वाले रोजगार के लिये प्रयासरत हैं, लेकिन कुसमुण्डा क्षेत्र द्वारा बार-बार गुमराह व झुठा आश्वासन दिया जा रहा है, जिससे हम मानसिक एवं आर्थिक स्थिति से त्रस्त हो चुके हैं।

हम लोग एस.ई.सी.एल. कार्यालय में जानकारी के लिए जाते हैं तो कुछ नहीं बताया जाता हैं न ही सूचना के अधिकार का जवाब नहीं मिलता हैं, भू-विस्थापितों के साथ अधिकारी गुंडा-गर्दी एवं अफसरशाही से पेश आते हैं, जबकि हम सूचना देकर हड़ताल पर बैठते हैं तो भी हमें जबरदस्ती जेल भेज दिया गया था। भू-विस्थापित अपना अधिकार माँगने के लिए जायेंगे तो क्या जेल भेजने का नियम हैं?
अभी दिनांक 21.07.2025, 22.07.2025, 23.07.2025 में हम समस्त बेरोजगारों को रोजगार नहीं देने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं खदान उत्पादन ठप्प किया जायेगा, जिसकी समस्त जवाबदारी एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा मुख्य महाप्रबंधक सचिन ताना जी पाटिल एवं क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक विरेन्द्र कुमार और सेफ्टी अधिकारी भास्कर अधिकारियों का होगा जिसके द्वारा हम लोगों को झुठा आश्वासन दिया जा रहा हैं और हमारे साथ धोखा-धड़ी, अत्याचार एवं हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं :-

1 .हम हड़ताल पे हड़ताल, आवेदन पे आवेदन तारीख पे तारीख करते-करते परेशान हो चुके हैं हम लोगों का पुरा परिवार मानसिक तनाव से जुझ रहे हैं और रोड पर आ गये हैं।

2 .हमें भी पीड़ा हैं कि भारत सरकार का नुकसान हो रहा जो कि पूरे देश का नुकसान हो रहा हैं नुकसान होने का सम्पुर्ण जवाबदारी एस.ई.सी.एल. भ्रष्ट अधिकारी हैं।

3 .हम तो देश के हित के लिए अपने खुन, पसीने से कमाये हुए जमीन को दिये हैं, अभी तो हमे एक बार जेल भेजा गया हैं, लेकिन हम अपने अधिकार के लिए बार-बार जेल जाने के लिए तैयार हैं जब तक हमारा अधिकार न मिल जाये।
यदि इसके उपरांत हमें हड़ताल के दौरान हमारे साथ कुछ घटना घटित होता हैं तो सम्पूर्ण जवाबदारी एस.ई.सी.एल. कुसमुण्डा मुख्य महाप्रबंधक सचिन ताना जी पाटिल और सेफ्टी अधिकारी भास्कर, चण्डी कुमार यादव एवं ए.डी. टण्डन का होगा जिसका थाने में एफ.आई.आर. होना चाहिए क्योंकि हमारे भूमि में फर्जीवाड़ा किया गया हैं।