ओडिशा। ओडिशा के कोरापुट जिले में तैनात वन विभाग के डिप्टी रेंजर रामचंद्र नेपाक के खिलाफ सतर्कता विभाग की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। शुक्रवार सुबह विजिलेंस विभाग ने उनके कोरापुट, भुवनेश्वर और जयपुर स्थित छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। शुरुआती जांच में ही भारी मात्रा में नकदी, सोना-चांदी और करोड़ों की संपत्ति मिलने से हड़कंप मच गया।
छापे में बरामद👇
₹1.43 करोड़ नकद राशि 1.5 किलो सोना 4.6 किलो चांदी करीब ₹6 करोड़ की चल-अचल संपत्ति रामचंद्र नेपाक की मासिक तनख्वाह महज ₹76,880 है, जबकि उनके पास पाई गई संपत्ति उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से कई गुना अधिक है। विजिलेंस ने इसे अवैध संपत्ति करार देते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। सतर्कता विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और लेनदेन के रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं। नेपाक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इन ठिकानों पर पड़ा छापा👇
कोरापुट स्थित सरकारी आवास
भुवनेश्वर स्थित निजी मकान
जयपुर और आसपास के कुछ रिश्तेदारों के घर
बैंक लॉकर
फार्म हाउस और प्लॉट
जांच जारी👇
अब सतर्कता विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि इतनी संपत्ति आखिर किस माध्यम से और किसके सहयोग से इकट्ठा की गई। सूत्रों के मुताबिक, और भी बड़े नामों के खुलासे की संभावना है। यह मामला केवल एक अधिकारी का नहीं, बल्कि सिस्टम में छिपे उस व्यापक भ्रष्टाचार की झलक है जो जमीन से लेकर जंगल तक फैला हुआ है।