प्रखर कोरबा। मूलतः ग्राम सलिहाभांठा बरपाली निवासी शिवकुमार महतो की धर्मपत्नी श्रीमती मंजूलता महतो 27 साल की निर्विवाद सेवाकाल पूर्ण कर 31 जुलाई को शिक्षिका के पद से सेवानिवृत्त हुईं। विदाई के इस भावुक क्षण में उनके जीवनसाथी पति शिव कुमार महतो भी उनके साथ रहे। विद्यालयीन परिवार ने उन्हें सेवानिवृत्ति पर स्वस्थ ,खुशहाल दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं दी है।

मंजूलता ने 1998 में अपनी शिक्षकीय जीवन प्रारंभ किया था इनके पति शिव कुमार महतो स्वयं भी शिक्षक थे जो 31 जुलाई 2024 को रिटायर हुए । इनके दो पुत्र और एक पुत्री हैं जो कि सभी बीटेक और एम बी ए है तथा सम्मानजनक सेवा कार्य में संलग्न है ।
उनकी पहली पोस्टिंग ग्राम पंचायत ढोढातराई के स्कूल में हुई। इस दौरान श्री महतो जी की पोस्टिंग कुसमुंडा में था और वो सपरिवार वहीं निवास करते थे तब मंजूलता की नियुक्ति ग्राम ढोढातराई में हुई थी तब उस परिस्थिति में महिला का कुसुमुंडा से ढोढातराई तक जाना बीच में 3 किलोमीटर पैदल और सोन नदी पार करके चुनौतीपूर्ण , कठिनाई भरा कार्य था ।बाबजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने कार्य दायित्व का संजीदगी से निर्वहन किया।ततपश्चात सरगबुंदिया ,जमनीपाली जर्वे के स्कूलों में सेवाएं देते हुए अंत में सलिहाभांठा में पोस्टिंग 2016 में हुई जहां से वे 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत हुईं । एक महिला शिक्षिका जिसे शासकीय सेवा के साथ-साथ घर परिवार और बच्चों का भी दायित्व निर्वहन करना होता है उन कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने सफलतापूर्वक अपने शासकीय दायित्व का निर्वहन किया। उनकी मेहनत ,दिए गए संस्कार की बदौलत उनके तीनों संतान उच्च शिक्षित और पद प्रतिष्ठा को प्राप्त करने में कामयाब हुए। जिनमें बड़ा पुत्र विकास रंजन महतो ने 13 वर्षों तक ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में प्रबंधकीय पद पर कार्य किया। सेवानिवृत्ति पर शिक्षिका श्रीमती मंजूलता महतो ने सफलतापूर्वक निर्विवाद सेवाकाल पूर्ण करने का श्रेय महतो परिवार के सभी सदस्यों और स्टाफ को देती है ।
