DAV कुसमुंडा स्कूल प्रबंधन पर भ्रष्टाचार, भेदभाव और दुर्व्यवहार के आरोप,स्थानीय अभिभावकों, भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका प्रिंसिपल का पुतला,प्राचार्य ने सफाई में कही यह बात ….

कोरबा । कोरबा स्थित DAV स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर गुरुवार को भारी बवाल खड़ा हो गया। स्कूल प्रशासन पर भ्रष्टाचार, भेदभाव और दुर्व्यवहार के आरोप लगाते हुए स्थानीय अभिभावकों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान स्कूल प्रिंसिपल का प्रतीकात्मक पुतला दहन भी किया गया।

प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि स्कूल में स्थानीय बच्चों को दाखिले से वंचित किया जा रहा है, जबकि बाहरी और सिफारिशी बच्चों को प्राथमिकता दी जा रही है। कई अभिभावकों ने बताया कि उन्होंने समय पर आवेदन किया, लेकिन उन्हें “सीट नहीं होने” का बहाना बताकर टाल दिया गया। वहीं, दूसरे पक्ष के बच्चों को आसानी से दाखिला दिया गया।
इस आंदोलन में भू-विस्थापित परिवारों, SECL कर्मियों और अन्य स्थानीय निवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने स्कूल के मुख्य द्वार पर “प्रिंसिपल होश में आओ”, “स्थानीयों को हक दो”, और “भ्रष्टाचार बंद करो” जैसे नारे लगाए।

प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता के अभाव का आरोप 👇

प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है, और धनबल व सिफारिश के आधार पर दाखिले हो रहे हैं। कई अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रवेश के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है।

स्कूल प्रबंधन ने कहा आरोप बेबुनियाद ,प्रदर्शनकारियों ने जताई असंतुष्टि 👇

DAV स्कूल के प्रिंसिपल चंद्रमोहन पांडे ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने एक लिखित बयान में कहा,
“हमारी स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी है, जो प्रवेश समिति द्वारा संचालित होती है। सीमित सीटों के चलते सभी आवेदकों को प्रवेश देना संभव नहीं हो पाता। किसी प्रकार की पक्षपात या भ्रष्टाचार की बात निराधार है।”
हालांकि, स्थानीय लोग इस बयान से संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।