गणेशोत्सव :कटघोरा का राजा बना आस्था, आकर्षण का केंद्र ,केरल के विख्यात पद्मनाभस्वामी मंदिर थीम पर सजा 111 फीट का भव्य पंडाल ,21 फीट ऊंची गणेश की प्रतिमा के दर्शन को उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब …..

कोरबा/कटघोरा। कटघोरा में आयोजित जयदेवा गणेशोत्सव समिति का ऐतिहासिक आयोजन इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम बना हुआ है। रविवार को “कटघोरा का राजा” श्री गणेश जी के दर्शन और पद्मानाभस्वामी मंदिर की भव्य झलक प्रस्तुत करते 111 फीट ऊंचे आकर्षक पंडाल को देखने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

समिति की ओर से प्रतिवर्ष विशाल गणेश प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस बार भी 111 फिट ऊंचा केरल का पद्मानाभस्वामी का आकर्षक पंडाल, 21 फीट ऊंचे गणेश जी का भव्य स्वरूप श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गणेश प्रतिमा के साथ ही हनुमान जी की जीवंत प्रतिमा और अन्य धार्मिक झांकियां भी लोगों को अपनी ओर खींच रही हैं। खासकर युवा और बच्चे यहां पर सेल्फी लेते हुए नजर आते हैं। भव्य पंडाल का निर्माण कोलकाता से आए कारीगरों ने एक माह से भी अधिक समय तक दिन-रात मेहनत कर तैयार किया है।

प्रतिमा व झांकियों का निर्माण राजनांदगांव जिले के थनौद ग्राम स्थित राधे आर्ट गैलरी में हुआ है। समिति की परंपरा है कि हर साल अलग थीम पर पंडाल का निर्माण किया जाता है, “कटघोरा का राजा” को देखने कोरबा जिले के अलावा जांजगीर चांपा, बिलासपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़, शक्ति, कोरिया के लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे है और यही कारण है कि “कटघोरा का राजा” अब सिर्फ कोरबा जिले ही नहीं, बल्कि प्रदेश और देशभर में अपनी अलग पहचान बना चुका है।

आरती के समय आयोजित “गंगा आरती” की थीम श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है। संगीतमय आरती के दौरान नगर और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर भक्ति रस में डूब जाते हैं।

👉सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है। कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी स्वयं गणेश पंडाल, मेले और सड़कों पर नजर रखे हुए हैं। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगर के भीतर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। इसके अलावा “सजग कोरबा का फ्लेक्स व म्यूजिकल मैसेज” के माध्यम से लगातार श्रद्धालुओं को भीड़ में सुरक्षित और सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
27 अगस्त से शुरू हुए गणेशोत्सव का रंग अब और गहराता जा रहा है। रविवार को उमड़ी विशाल भीड़ ने यह साबित कर दिया कि कटघोरा का राजा अब आस्था, उत्साह और भक्ति का ऐसा केंद्र बन चुका है, जहां पहुंचकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।