राष्ट्रपति प्रबोवो के लिए पहली बड़ी चुनौती; पुलिस वाहन की टक्कर से हुई एक मौत से बढ़ा प्रदर्शन
जकार्ता। इंडोनेशिया में सांसदों के वेतन में बढ़ोतरी के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है। दक्षिण सुलावेसी प्रांत की राजधानी मकास्सर में प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्रीय संसद भवन में आग लगा दी, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।

यह घटना राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो की सरकार के लिए पहली बड़ी परीक्षा बन गई है। शुक्रवार शाम को लगी आग में मारे गए लोग कथित तौर पर जलती हुई इमारत में फंस गए थे। आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, दो अन्य लोग इमारत से कूदने के कारण घायल हुए। अभी तक मौतों के सही कारणों का खुलासा नहीं किया गया है।
👉 हिंसा भड़कने की ये है वजह

राजधानी जकार्ता में सांसदों के वेतन वृद्धि को लेकर इस सप्ताह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। शुक्रवार को यह प्रदर्शन तब और भड़क गया, जब एक पुलिस बख्तरबंद वाहन ने एक मोटरसाइकिल चालक डिलीवरी बॉय को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। राष्ट्रपति प्रबोवो ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतक के परिवार से मिलकर जांच का आश्वासन दिया।
👉शहरों में भारी अराजकता


स्थानीय मीडिया ने जकार्ता में लूटपाट और सार्वजनिक परिवहन को नुकसान पहुंचाने की खबरें दीं। बांडुंग और योग्याकार्ता जैसे प्रमुख शहरों में भी छिटपुट प्रदर्शन हुए। जकार्ता के मास रैपिड ट्रांजिट रेलवे ने कहा कि शनिवार को विरोध स्थल के पास एक स्टेशन पर ट्रेनें नहीं रुक रही थीं, जबकि ट्रांसजकार्ता बस सेवा भी बाधित रही।
यह घटना इंडोनेशिया में बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक अशांति को दर्शाती है, जहां नागरिक असंतोष के कारण प्रदर्शन हिंसक रूप ले रहे हैं।