KORBA : चोटिया परियोजना के आंगनबाड़ी में 76 पदों में भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता मामले में प्रशासन सख्त,DPO ने 3 सदस्ययीय जांच कमेटी गठित कर 3 दिन में मांगा प्रतिवेदन,मची खलबली,जानें मामला, देखें आदेश …..

कोरबा -चोटिया। आकांक्षी जिला कोरबा के आकांक्षी ब्लॉक पोंड़ी उपरोड़ा अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग के चोटिया परियोजना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता / सहायिका भर्ती घोटाला के मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। कलेक्टर के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ)श्रीमती रेणु प्रकाश ने 3 सदस्यीय जिला स्तरीय जांच समिति गठित कर 3 दिवस के भीतर प्रकरण में जांच प्रतिवेदन मांगा है।जांच आदेश से परियोजना में खलबली मच गई है।

जांच टीम में ये शामिल👇

डीपीओ श्रीमती रेणु प्रकाश द्वारा गठित 3 सदस्यीय जांच टीम में 👇

1.गजेन्द्र देव सिंह – जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी कोरबा

  1. श्रीमती कीर्ति कुरियन जैन– परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना, बरपाली
  2. लक्ष्मीकांत यादव– सहायक ग्रेड-02, कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी-महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला-कोरबा। शामिल किए गए हैं।

👉3 दिवस के भीतर मांगा जांच प्रतिवेदन

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रेणु प्रकाश ने जांच टीम गठित कर कहा है कि तीन दिन के अंदर जांच प्रतिवेदन उनके समक्ष पेश करें।

👉जानें पूरा मामला

महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा अंतर्गत एकीकृत बाल परियोजना चोटिया में प्रभारी परियोजना अधिकारी के रूप में मनोज अग्रवाल सेवारत हैं। 2 वर्ष पूर्व चोटिया परियोजना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के स्वीकृत 76 पद के लिए विभाग ने भर्ती विज्ञापन जारी किया था। 2 साल बीतने के बाद भी प्रभारी परियोजना अधिकारी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं करा पाए। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कई बार नोटिस भी भेजा, लेकिन तभी त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा में नई बॉडी का गठन हो गया। नई बॉडी बनने के बाद पहली सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित हुए। जनपद अध्यक्ष श्रीमती माधुरी तंवर की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में महिला एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष श्रीमती पूजा दुबे ने आंगनबाड़ी भर्ती में अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रभारी परियोजना अधिकारी मनोज अग्रवाल को तत्काल हटाकर गड़बड़ी की जांच कराने की मांग की। जिला पंचायत अध्यक्ष डा. पवन सिंह, जनपद अध्यक्ष श्रीमती माधुरी तंवर ने मामले को गंभीर बताया और मनोज अग्रवाल के खिलाफ जांच की बात कही गई।
जनपद अध्यक्ष श्रीमती माधुरी तंवर ने 11 बिंदुओं पर जांच की मांग के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने जांच के आदेश दिए, जिस पर डीपीओ श्रीमती रेणु प्रकाश ने जांच टीम का गठन कर जांच प्रतिवेदन मांगा है।

👉जनपद सदस्यों ने लगाया है वसूली का आरोप

महिला एवं बाल विकास समिति जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा श्रीमती पूजा दुबे सहित सदस्यों ने प्रभारी परियोजना अधिकारी मनोज अग्रवाल द्वारा अभ्यर्थियों से वसूली का आरोप भी लगाया और 76 पदों के लिए आंगनबाड़ी भर्ती को दो साल तक रोके रखना कई संदेहों को जन्म दे रहा है। जांच टीम कई एंगल से जांच करेगी, जिसमें यह बिन्दु भी शामिल है।
मनोज अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है जनपद सदस्यों ने
जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा में नई बॉडी के गठन के बाद नए सदस्यों ने 76 पदों पर आंगनबाड़ी भर्ती को गंभीरता से लिया और मामले ने तूल पकड़ा।

👉सीडीपीओ स्पष्ट कर चुके हैं अपना पक्ष

प्रभारी परियोजना अधिकारी मनोज अग्रवाल द्वारा पूर्व में प्रकरण के संदर्भ में अपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि चुनाव के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई , वसूली जे आरोप निराधार हैं । जिला स्तरीय जांच टीम द्वारा जांच के बाद वस्तुस्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

👉बैठक में नहीं आने का आरोप

मामला ने जब तूल पकड़ा तो मनोज अग्रवाल चयन सूची को समिति के सामने रखने कई बार बैठक बुलाई, लेकिन नई बॉडी पहले बैठक बुलाने की पहल करते रहे, तब मनोज अग्रवाल किसी की बात सुनते ही नहीं थे और महिला एवं बाल विकास मंत्री का धौंस जमाते रहे। मामला तूल पकड़ने के बाद जनपद सदस्यों ने भी बैठक का बहिष्कार कर दिया और मनोज अग्रवाल को जब तक नहीं हटाया जाता, तब तक उनके नेतृत्व में भर्ती मान्य नहीं होगा।

वर्जन

कलेक्टर के निर्देश पर प्रकरण की जांच के लिए टीम गठित किए हैं

जनपद अध्यक्ष, जनपद सदस्यों ने प्रकरण में कलेक्टर सर को शिकायत पत्र सौंपा था और 11 बिंदुओं में जांच की मांग रखी थी। कलेक्टर के निर्देश पर 3 सदस्यीय जांच टीम का गठन कर 3 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगामी कार्रवाई हेतु प्रकरण कलेक्टर को सौंपेगें ।

रेणु प्रकाश डीपीओ,मबावि