0 पान दुकान में घोड़ा करैत,टोकरी में फंसा कोबरा,सर्पों और इंसानों की रक्षा में मुस्तैदी से जुटी है अविनाश और जितेन्द्र की टीम

कोरबा। बनते-बिगड़ते मौसम में कभी बारिश तो कभी उमस भारी गर्मी ने जहां बेचैन कर रखा है तो वहीं विभिन्न प्रजाति के सांपों का बिलों से बाहर निकल कर इधर-उधर घुस जाने का सिलसिला जारी है। शहर क्षेत्र में दो कोबरा और एक घोड़ा करैत का जोखिम भरा रेस्क्यू रोंगटे खड़े कर देने वाला रहा।
कोरबा जिले के कोहड़िया गांव में रविवार की रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एक दुकान में रखे साउंड बॉक्स से अचानक म्यूजिक की जगह कोबरा की फुफकार सुनाई देने लगी। आवाज सुनकर दुकानदार और आसपास के लोग घबरा गए और तुरंत इसकी सूचना Reptile Care and Rescuer Society (RCRS) टीम को दी। सूचना मिलते ही RCRS टीम के अध्यक्ष अविनाश यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अविनाश यादव की निगरानी में टीम सदस्य अतुल ने साहस और अनुभव का परिचय देते हुए सावधानीपूर्वक साउंड बॉक्स खोला। जैसे ही बॉक्स खुला, अंदर ज़हरीला कोबरा सांप दिखाई दिया।
कुछ देर की मशक्कत के बाद अतुल ने बड़े ही सुरक्षित तरीके से कोबरा को बॉक्स से बाहर निकाला और पकड़कर जंगल में छोड़ दिया। इस पूरे रेस्क्यू के दौरान आसपास मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली और RCRS टीम की सराहना की।
👉रिसदी के पान दुकान में फैली दहशत
इसी कड़ी में रिसदी के एक पान दुकान में जहरीला घोड़ा करैत निकला। दुकान में अचानक घोड़ा करैत (Common Krait) सांप दिखाई दिया। सांप को देखते ही दुकान संचालक घबरा गया और तुरंत इसकी सूचना RCRS संस्था के अध्यक्ष अविनाश यादव को दी।अविनाश यादव ने टीम के सदस्य सागर, अजय, अतुल के साथ मौके पर पहुँच कर थोड़ी देर सावधानीपूर्वक सर्च करने के बाद उन्होंने सांप को ढूंढ निकाला। विशेषज्ञता और पूरी सतर्कता से काम करते हुए टीम ने इस जहरीले कॉमन करैत को बिना किसी नुकसान के सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया।
अविनाश यादव ने कहा कि RCRS संस्था लगातार लोगों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए सक्रिय है। सांप निकलने पर डरने की बजाय तुरंत RCRS हेल्पलाइन को सूचना दें। RCRS का हेल्पलाइन नंबर: 9827917848, 9009996789, 7987957958 है।
👉प्लास्टिक के बास्केट में फंस गया नाग
तीसरी घटना में एक दुकानदार उस समय डर से कांप उठा जब एक कोबरा फन फैलाए टोकरी में दिखाई दिया और फुफकारने लगा। दुकानदार को यह दृश्य सामान्य लगा पर जब हिम्मत कर उस प्लास्टिक के बास्केट को दुकान से बाहर निकाला तो देखा वो कोबरा (नाग) उसमें पूरी तरफ फंसा हुआ था जो आसानी से नहीं निकल सकता था। आखिकार इसकी सूचना नोवा नेचर संस्था के जितेंद्र सारथी को दी गई, जिस पर सारथी ने थोड़ी देर में टीम को भेजने की बात कही। नोवा नेचर के सचिव मोइज अहमद और बबलू मारवा उस दुकान में पहुंचे और बड़ी सावधानी से प्लास्टिक के बकेट को धार दार हथियार से काटा,फिर आखिरकार कोबरा सांप निकल पाने में कामयाब हुआ जिसकी वजह से उसकी जान बच गई। कोबरा को सुरक्षित उसके प्राकृतिक रहवास जंगल में छोड़ दिया गया।
जितेंद्र सारथी ने बताया हमें प्रति दिन कोबरा, करैत, अजगर, अहिराज, धमना, बेलिया करैत, डंडा करैत, डार डोमी आदि सांपों के लिये जिले भर से कॉल आते हैं, जिसको रेस्क्यु करने के लिए संस्था की टीम पहुंच कर रेस्क्यु कर रहे हैं। सारथी ने सभी जनसामान्य लोगों से अपील किया है कि जहरीले सर्प से हमारे पहुंचने तक दूरी और नजर बना कर रखें।