CG : 18 करोड़ के फर्जी टेंडर मामले में आदिवासी विकास विभाग के तीसरे व अंतिम फरार आरोपी बाबू कोड़ोपी भी 36 दिन बाद गिरफ्तार ,कम्प्यूटर में अखबार छापकर लगाते थे टेंडर ,बड़े खुलासे संभव ,कइयों पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार !..

0 1 माह से जेल की हवा खा रहे जिम्मेदार तत्कालीन सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह,के एस मसराम

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज दंतेवाड़ा । आदिवासी विकास विभाग में DMF एवं अन्य मदों के 18 करोड़ के फर्जी टेंडर मामले में तीसरी गिरफ्तारी हो गई है। फरार आरोपी बाबू संजय कोड़ोपी को आखिरकार FIR के 36 दिन बाद दंतेवाड़ा पुलिस ने कांकेर से गिरफ्तार कर लिया है। मामले में एक माह पहले ही जिम्मेदार
आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह ,एवं सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त के एस मसराम की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में पुलिस की जांच जारी है आने वाले वक्त में और भी गिरफ्तारियाँ हो सकती है।मामले में आरोपी बाबू की गिरफ्तारी के बाद महकमे में हड़कम्प मचा है।

यहां बताना होगा कि कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग जिला -दक्षिण बस्तर -दंतेवाड़ा के यहाँ जिला खनिज संस्थान ( DMF ) एवं केंद्रीय मद संविधान के अनुच्छेद 275 (1)मद व अन्य मद अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020 -21 से 2025 -26 तक 5 वर्षों में प्राप्त आबंटन में कराए गए विभिन्न विकास कार्यों के टेंडर प्रक्रिया में फर्जीवाड़े की जिला प्रशासन से लिखित शिकायत कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर कुणाल ददावत ने अपर कलेक्टर राजेश पात्रे की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर 5 साल के टेंडर प्रकाशन तथा ठेकेदारों को आबंटित कार्यों की जांच कराई। करीब महीने भर की गहन जांच उपरांत कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट के बाद कलेक्टर के निर्देश पर सहायक आयुक्त राजीव नाग ने 21
अगस्त को सिटी कोतवाली में FIR दर्ज कराई। जिसमें दो तत्कालीन सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह , सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त कल्याण सिंह मसराम एवं शाखा लिपिक संजय कोड़ोपी को आरोपी बनाया गया। दोनों आरोपी तत्कालीन सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह,के एस मसराम की जगदलपुर एवं रायपुर से 25 अगस्त की रात को ही गिरफ्तारी की जा चुकी थी।

लेकिन बाबू संजय कोड़ोपी फरार था। जिसको लेकर दंतेवाड़ा पुलिस पर भी सवाल उठ रहे थे। आखिरकार दंतेवाड़ा पुलिस ने FIR के 36 दिन बाद ही सही तीसरे व अंतिम फरार आरोपी लिपिक संजय कोड़ोपी को कांकेर से गिरफ्तार कर लिया है।

👉टेंडर समिति से जुड़े लोगों का भी लिया बयान ,कइयों पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार

पुलिस ने इस गंभीर मामले में टेंडर समिति से जुड़े लोगों और अन्य लोगों का भी बयान लिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रकरण में बाबू की गिरफ्तारी के बाद पूरे रैकेट का खुलासा हो सकता है। जिसमें कईयों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

👉कम्प्यूटर में फर्जी अखबार छापकर कराते वठे टेंडर प्रकाशित ,ऐसे हुए बेनकाब

प्रारंभिक जांच में गम्भीर अनियमितता सामने आई है। विभाग ने करीब 18 करोड़ के टेंडर अखबारों में छपवाए ही नहीं। कम्प्यूटर से हूबहू ए – 4 साईज से संबंधित अखबार के विज्ञापन पेज की नकल बनवाई और उसमें विभागीय टेंडर को चस्पा कर समिति के सामने रखा गया। और इसके बाद संबंधित ठेकेदारों को काम आबंटित कर दिया गया। इस तरह का फर्जीवाड़ा लंबे समय से चल रहा था,लेकिन किसी को इसकी भनक नहीं लगी। संबंधित ठेकेदारों को ही काम आबंटित कर शासन के राजस्व की क्षति पहुंचाई गई। टेंडर सार्वजनिक नहीं होने के कारण अन्य ठेकेदारों को पता ही नहीं चला। आरोपी बाबू की गिरफ्तारी के बाद ठेकेदारों की भूमिका तथा अन्य लोगों की भूमिका तथा अन्य लोगों की संलिप्तता को लेकर जांच हो रही है। और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ हो सकती है।

👉इन कार्यों की फर्जीवाड़ा की हुई जांच

21 अगस्त को थाना कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के विभिन्न योजना/मद अन्तर्गत के तहत स्वीकृत भवन निर्माण के कार्यों के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी के द्वारा विगत 05 वर्षों में वर्ष 2021-22 से 2025-26 में विभाग अन्तर्गत जिले के विभिन्न योजना/मद अन्तर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों के लिए नियम अनुसार किसी भी समाचार पत्रों में विज्ञप्ति का प्रकाशन नहीं किया गया और न हीं इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाईन निविदा निकाला गया। इन कार्यों में फर्जी तरीके से समाचार पत्र का फोटकॉपी ए-4 साईज पेपर हूबहू लगाया गया। इन कार्यो में मुक्तिधाम निर्माण कार्य भाग 1 से भाग 11 तक जिसकी राशि 280.52 लाख रूपये को डॉक्टर आनंदजी सिंह तत्कालीन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास 2, सर्व आदिवासी भवन प्रथम तल का निर्माण कार्य जिसकी राशि 48.32 लाख रूपये 3, माता रूकमणी आवासीय प्राथमिक विद्यालय दन्तेवाड़ा के 30 बिस्तरीय कन्या छात्रावास भवन निर्माण कार्य जिसकी राशि 89.79 लाख रूपये 4, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय कुआकोण्डा में शेड निर्माण कार्य जिसकी राशि 11.30 लाख रूपये 5, 100 सीटर कन्या आश्रम गाटम का भवन निर्माण कार्य जिसकी राशि 212.00 लाख रूपये 6, 100 सीटर आदर्श बालक छात्रावास बालूद का नवीन अतिरिक्त कक्ष भवन निर्माण जिसकी राशि 288.59 लाख रूपये करीब 930.52 लाख रूपये केएस मसराम सहायक आयुक्त आदिवासी विकास दन्तेवाड़ा इस जालसाजी फर्जीवाड़े में आनंदजी सिंह तत्कालीन सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास दंतेवाड़ा जिसमे 13 मार्च 2021 से 11 जून 2024 के एस मसराम, तत्कालीन सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास दंतेवाड़ा जून 2024 से 30 अप्रैल 2025 संजय कोड़ोपी सहायक ग्रेड-02 शाखा लिपिक ने 2018 से अबतक द्वारा लोक सेवक के पद पर रहते हुए अपने अपने पदो का दूरूपयोग करते हुए अपने चहेते ठेकेदारो को लाभ दिलाने हेतु टेंडर के नियमो का पालन न करते हुए टेंडर के बारे में दैनिक समाचार पत्रो में प्रकाशित किये जाने वाले विज्ञापन न छपवाकर फर्जी प्रकाशन दस्तावेजों को असली दस्तावेज बताकर पेश किया गया, मामले का खुलासा होने के बाद इन तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था है। जहां दो अधिकारियों की 25 अगस्त को गिरफ्तारी हुई थी, वहीं क्लर्क 36 दिन बाद गिरफ्तार हुआ है।