रायपुर। ACB ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ में घूसखोरों के खिलाफ शिकंजा कसा है। दो बाबू को एसीबी ने घूस लेते गिरफ्तार किया है। स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ दो बाबू (सहायक ग्रेड-2) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। दोनों कर्मचारियों ने विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के एवज में ₹50,000 की रिश्वत की मांग की थी, जिसमें से ₹30,000 रुपये लेते समय एसीबी की टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
👉शिकायत के बाद एसीबी ने बिछाया जाल

एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता मुकेश कुमार यादव, जो कि कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बालोद में वाहन चालक (Driver) के पद पर कार्यरत हैं, ने एसीबी रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उनका डिमोशन (Demotion) कर चौकीदार के पद पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गुरूर में पदस्थ किया गया था। इस कार्रवाई के खिलाफ उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर में याचिका दायर की, जिसके बाद उन्हें स्टे ऑर्डर प्राप्त हुआ। न्यायालय के आदेश के बाद वे दोबारा वाहन चालक के पद पर पदस्थापित हुए।
👉एरियर निकालने के नाम पर रिश्वत की मांग
अपनी सर्विस बुक के सत्यापन और एरियर निकालने के लिए जब मुकेश यादव कार्यालय पहुंचे, तो वहां सहायक ग्रेड-2 युगल किशोर साहू और सुरेन्द्र कुमार सोनकर ने उनसे ₹50,000 की रिश्वत की मांग की। दोनों ने कहा कि बिना पैसा दिए उनका कार्य आगे नहीं बढ़ेगा। शिकायतकर्ता के अनुसार, दोनों ने पहले ही ₹20,000 एडवांस के रूप में ले लिया था और बाकी ₹30,000 बाद में देने को कहा गया।
शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहते थे बल्कि दोनों भ्रष्ट कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़वाना चाहते थे। एसीबी ने शिकायत की सत्यता जांचने के बाद ट्रैप (Trap) की योजना बनाई।आज, 16 अक्टूबर 2025 को, एसीबी रायपुर की टीम ने बालोद में ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान दोनों आरोपी — युगल किशोर साहू और सुरेन्द्र कुमार सोनकर — शिकायतकर्ता से दूसरी किश्त के रूप में ₹15,000-₹15,000, कुल ₹30,000 रुपये लेते हुए पकड़े गए।