खेल। अनिल कुंबले आज 17 अक्टूबर को अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं. शेन वॉर्न, मुथैया मुरलीधरन और अनिल कुंबले न सिर्फ भारत के बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे सम्मानित स्पिनरों में से एक रहे हैं.
उन्होंने अपने करियर में तीन ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं, जो उन्हें शेन वॉर्न और मुथैया मुरलीधरन से अलग बनाती हैं. पहला, कुंबले एकमात्र भारतीय गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लिए.
दूसरा, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 600 से अधिक विकेट झटके, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज के लिए अब तक का सबसे बड़ा माइलस्टोन है. तीसरा, कप्तान और कोच दोनों भूमिकाओं में उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दी. यही वजह है कि कुंबले आज भी क्रिकेट जगत में अनुशासन, निष्ठा और नेतृत्व के प्रतीक माने जाते हैं.
👉25 साल में रचा इतिहास
कुंबले ने फरवरी 1999 में 22 गज की पिच पर कुछ खास कारनामा किया था. उस दिन को 25 साल हो गए हैं, लेकिन इस पल के साक्षी रहे प्रशंसक आज भी इसे भूल नहीं पाए हैं. नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम (जिसे अब अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाता है) में उनका जादू आज भी पाकिस्तान को परेशान करता है. इस लेग स्पिनर ने एक पारी में 10 विकेट लेकर विरोधी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया था. आइए उनकी कुछ उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं जिन्होंने क्रिकेट इतिहास में अमिट छाप छोड़ी है.
👉एक पारी में 10 विकेट

गौरतलब है कि कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में सभी 10 पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट किया था. उनके प्रदर्शन की बदौलत भारत ने सीरीज का पहला मैच हारने के बाद तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी. कुंबले ने 74 रन देकर सभी 10 विकेट लिए थे.
👉जब अनिल कुंबले टूटे जबड़े के साथ खेले
2002 में, भारत और वेस्टइंडीज के बीच चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. इस टेस्ट की पहली पारी में कुंबले ने 14 ओवर फेंके और केवल 29 रन दिए. इस दौरान, कुंबले टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी करने आए थे, और दिग्गज ब्रॉयन लारा को आउट कर दिया। इस मैच को अक्सर देश और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए याद किया जाता है.
👉टेस्ट क्रिकेट में 600 से अधिक विकेट
कुंबले भारतीय टीम के अब तक के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं. भले ही वह सबसे कुशल न रहे हों, लेकिन बेहद प्रभावी रहे हैं. वह टेस्ट और वनडे दोनों में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने टेस्ट में 600 से ज्यादा और 50 ओवरों के प्रारूप में 300 से ज्यादा विकेट लिए हैं. उनके नाम एक टेस्ट शतक भी है.