रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी ‘महतारी वंदन योजना’ को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। राज्य सरकार ने 22वीं किश्त जारी करने से पहले सभी लाभार्थी महिलाओं के लिए e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन) को अनिवार्य कर दिया है।
👉69.26 लाख महिलाओं का होगा सत्यापन
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, योजना के तहत पंजीकृत 69.26 लाख महिलाओं का आधार और बायोमेट्रिक सत्यापन कराया जाएगा। जिन महिलाओं ने अब तक अपना e-KYC पूरा नहीं कराया, उन्हें योजना की आगामी किश्त का लाभ नहीं मिल पाएगा।
👉पहला चरण शुरू- 4.25 लाख महिलाओं का सत्यापन

सरकार ने सत्यापन प्रक्रिया का पहला चरण शुरू कर दिया है, जिसमें 4.25 लाख महिलाओं का e-KYC कराया जा रहा है। शेष लाभार्थियों के लिए यह प्रक्रिया जिला और पंचायत स्तर पर तेज की जा रही है।
👉अपात्र और फर्जी आवेदक होंगे बाहर

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि e-KYC प्रक्रिया से न केवल लाभार्थियों की पहचान पक्की होगी, बल्कि अपात्र और फर्जी आवेदकों की पहचान कर उन्हें योजना से बाहर किया जाएगा। यह कदम योजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है। बता दें कि, छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना का लाभ अब केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जिन्होंने आधार और बायोमेट्रिक के साथ e-KYC पूरा किया है। सरकार का लक्ष्य, पारदर्शिता, सटीकता और हर जरूरतमंद तक पहुंच। छत्तीसगढ़ सरकार ने महतारी वंदन योजना की 21वीं किस्त जारी करने के बाद अब लाभार्थी महिलाओं का व्यापक सत्यापन अभियान शुरू कर दिया है। विधानसभा में लगातार अपात्र महिलाओं के शामिल होने की शिकायतों और हर महीने 606 करोड़ रुपये की भारी राशि जारी होने के कारण वित्त विभाग ने सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।
👉तीन स्तरों पर मिलेगी सुविधा
महिलाओं को केवाईसी कराने में परेशानी न हो, इसके लिए विभाग ने तीन स्तरों पर सुविधा उपलब्ध कराई है-
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की महिलाओं का मौके पर सत्यापन करेंगी।
बीएलई (ग्राम स्तरीय उद्यमी) के नाम व मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं, जिनसे ग्रामीण महिलाएं संपर्क कर सकती हैं।
जिला महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में भी सीधा सत्यापन (Mahtari Vandan Yojana) कराया जा सकता है।
