कोरबा।पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बालको प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी के बाद अब उनके परिवारों पर भी अत्याचार शुरू कर दिया है। अग्रवाल ने इस मामले को लेकर कलेक्टर को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

अग्रवाल का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन ने कर्मचारियों के परिवारों से सुविधाएं छीननी शुरू कर दी हैं। बिजली और पानी की सप्लाई रोक दी गई है, चिकित्सा सुविधाएं बंद कर दी गई हैं, और टॉयलेट व सीवर लाइनें भी जाम कर दी गई हैं। इससे न केवल परिवारों की बुनियादी जरूरतों पर असर पड़ा है, बल्कि उनके बच्चों की पढ़ाई भी संकट में डाल दी गई है।
कर्मचारियों और उनके परिवारों का कहना है कि कंपनी क्वार्टर में रहने की अनुमति उन्हें केवल स्कूल सत्र समाप्त होने तक दी गई थी, लेकिन अचानक 1 नवंबर 2025 से बेदखली की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इससे प्रभावित परिवारों में भारी असंतोष और मानसिक उत्पीड़न बढ़ रहा है।
👉क्या बच्चों की पढ़ाई और घर की सुरक्षा छीनना ही कंपनी का नया नियम है?
इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है, लेकिन इसके बावजूद BALCO प्रबंधन द्वारा दबाव बनाए जाने और मानव अधिकारों की अनदेखी की जा रही है। प्रभावित परिवार इसे पूरी तरह से अमानवीय और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन मानते हैं।
👉पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का हस्तक्षेप
पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों और उनके परिवारों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
अग्रवाल ने प्रशासन से निम्नलिखित कार्रवाई की मांग की है👇


👉बच्चों की पढ़ाई पूरी होने तक सुरक्षित आवास की व्यवस्था की जाए।
👉बिजली, पानी और चिकित्सा सुविधाएं तत्काल बहाल की जाए।
👉किसी भी प्रकार की जबरदस्ती बंद की जाए।
👉मानव और संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की जाए।
👉पूर्व मंत्री का कहना है कि यह मामला न केवल कर्मचारियों और उनके परिवारों की परेशानियों का है, बल्कि पूरे समुदाय के अधिकारों से जुड़ा हुआ है।
