जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में मध्यान्ह भोजन योजना में लापरवाही को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश पर चौराभांटा स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
👉स्व-सहायता समूह बदला

जांच में मध्यान्ह भोजन संचालन में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के बाद विद्यालय की प्रधानपाठक किरण लता शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। समीक्षा में यह स्पष्ट हुआ कि भोजन संचालन में निर्धारित मापदंडों और दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा था। इसी के साथ विद्यालय में मध्यान्ह भोजन का संचालन कर रहे राहुल महिला स्व-सहायता समूह को कार्य से पृथक कर दिया गया है। उसके स्थान पर अब एक अन्य पात्र महिला स्व-सहायता समूह को मध्यान्ह भोजन योजना की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
👉प्रभारी शिक्षक पर भी गिरी गाज
पर्यवेक्षण स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षक जगेश्वर सिंह को भी जिम्मेदारी से हटा दिया गया है। इसके अलावा उनके खिलाफ दो वेतनवृद्धि रोकने के आदेश जारी किए गए हैं।
👉कलेक्टर का सख्त संदेश
कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिले के सभी विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को नियमित निरीक्षण और सतत निगरानी के आदेश भी दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो।
