कांकेर/भानुप्रतापपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के बड़े तेवड़ा गांव में धर्मांतरित व्यक्ति के शव दफन को लेकर बुधवार-गुरुवार को भारी बवाल हो गया। मामले ने हिंसक रूप ले लिया, जहां आदिवासी और ईसाई समाज के बीच झड़प हुई। आक्रोशित भीड़ ने चर्च में तोड़फोड़ कर आग लगा दी, वहीं सरपंच के घर में भी तोड़फोड़ की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के दौरान अंतागढ़ के एडिशनल एसपी आशीष बंसोड़ गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात काबू में किए।
जानकारी के अनुसार, गांव के सरपंच रजमन सलाम के पिता चमराराम सलाम का रविवार को अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। इसके बाद सरपंच द्वारा गांव में ही कफन-दफन किए जाने की सूचना पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों में सहमति बनाने का प्रयास किया, लेकिन देर शाम तक कोई समाधान नहीं निकल सका।
👉गुरुवार को फिर भड़का विवाद

गुरुवार को मामला और गहराता चला गया। ग्रामीणों ने धर्मांतरित व्यक्ति के शव को कब्र से निकालकर अन्य स्थान पर अंतिम संस्कार करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। शव निकालने की कोशिश के दौरान पुलिस की मौजूदगी में झूमाझटकी हुई, जिसमें कुछ ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। बढ़ते तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
👉प्रशासन ने निकाला शव, तनाव बरकरार
स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन ने भारी विरोध के बीच शव को कब्र से निकालकर बाहर भेज दिया। इसके बावजूद गांव में तनाव बना हुआ है। बताया जा रहा है कि आदिवासी समाज दो धड़ों में बंट गया है एक ओर मूल आदिवासी हैं जो धर्मांतरित व्यक्ति के गांव में अंतिम संस्कार का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर ईसाई परिवार शव को निकालने का विरोध कर रहा है।
👉गांव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
फिलहाल गांव में हजारों ग्रामीण लाठी-डंडों से लैस होकर डटे हुए हैं। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और भारी संख्या में बल तैनात किया गया है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता बरती जा रही है।
