भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार किसी अपराधी को पकड़ने के लिए ट्रेन नॉनस्टॉप 260 KM चली, हर स्टेशन में मिला green सिग्नल

ललितपुर रेलवे स्टेशन पर एक 3 साल की मासूम बच्ची का अपहरण हो गया था। अपहरणकर्ता मासूम बच्ची को गोद में लेकर भोपाल की तरफ जा रही राप्तीसागर एक्सप्रेस में सवार हो गया था। बच्ची की खोजबीन करते हुए परिजन ललितपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। परिजनों की शिकायत पर हरकत में आए आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू किया। कैमरे में एक युवक 3 साल की बच्ची को गोद में लेकर ट्रेन में सवार होता हुआ दिखाई दिया। अपहरणकर्ता बच्ची को लेकर ट्रेन से फरार हो गया था।

चलती ट्रेन में स्टाफ़ को एलर्ट किया गया

इसके बाद झांसी आरपीएफ़ ने राप्ती सागर ट्रेन में चल रहे अपने जवानों को हुलिया बताते हुए कहा गया कि अपहरणकर्ता पर नज़र रखें लेकिन उसे शक न होने दें।कार्यवाही एक साथ ट्रेन के रुकते ही की जाएगी। गाड़ी में तैनात ऑनड्यूटी सीटीआई को भी प्लानिंग बताई गई। आरपीएफ़ झांसी ने ऑपरेटिंग कंट्रोल भोपाल को मामला बताते हुए प्लानिंग के तहत कहा कि राप्ती सागर ट्रेन को भोपाल से पहले कहीं भी रोका ना जाये।  इसके बाद तकरीबन रात 8.43 बजे जब गाड़ी भोपाल पहुँची तो वहां आरपीएफ़ और भोपाल पुलिस वहाँ पहले से बड़ी तादात में एलर्ट खड़ी थी। ट्रेन के रुकते ही योजना के मुताबिक़ ट्रेन में सवार आरपीएफ़ जवानों के इशारे पर अपहरणकर्ता को धरदबोचा गया और बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया।

रेल मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज ट्वीट कर ये जानकारी दी थी, “यात्री सुरक्षा के लिये रेलवे में बढ़ाई जा रही निगरानी के सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं।स्टेशन पर लगे CCTV की सहायता से 3 साल की बच्ची के अपहरणकर्ता को पहचाना गया, और ललितपुर से भोपाल तक नॉन स्टॉप ट्रेन दौड़ा कर किडनैपर को पकड़ा गया, और बच्ची को सकुशल बरामद किया गया.”

घटनाक्रम के अंत में नाटकीय मोड़ तब आया जब पता चला कि अपहरणकर्ता बच्ची का पिता है।