चीन के हैनान द्वीप से 29 अप्रैल को छोड़े गये चीन के रॉकेट लॉंग मार्च 5-बी के मलबे के इस हफ्ते के अंत तक वायुमंडल में घुल जाने की उम्मीद है।
अमरीकी सेना ने कहा है कि वह वेडन वर्ग में वायु सेना बेस के 18वें अंतरिक्ष नियंत्रण स्क्वाड्न इस रॉकेट की ताजा स्थिति का पता लगा रहा है। सेना ने कहा है कि इस रॉकेट की पृथ्वी के सतह पर उतरने की वास्तविक स्थिति का तब तक पता नहीं लगाया जा सकता जब तक इसके वायुमंडल में प्रवेश करने के समय का पता नही चल जाता। उम्मीद है कि आठ मई तक इसके बारे में पूरी जानकारी मिल जायेगी।
चीन के इस रॉकेट का नाम लॉंग मार्च 5बी रॉकेट है और इसका वजन 21 टन यानि 21 हजार किलो है। इसे 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था लेकिन अंतरिक्ष में जाने के बाद ये ऑउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। जिसके चलते अब इस रॉकेट पर नियंत्रण बनाना काफी मुश्किल हो रहा है और वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि ये रॉकेट कहीं पर भी गिर सकता है। आशंका इस बात को लेकर सबसे ज्यादा है कि अगर ये रॉकेट आबादी वाले हिस्से में गिरता है तो फिर क्या होगा? वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि अगर 21 हजार किलो का ये रॉकेट किसी शहर के ऊपर गिरता है तो ये भारी तबाही मचा सकता है और सैकड़ों लोगों की जान ले सकता है। सबसे दिक्कत की बात ये है कि ये रॉकेट दुनिया के किस हिस्से में गिरेगा, इसकी सटीक जानकारी नहीं लग पा रही है।
इस रॉकेट की रफ्तार 4 मील प्रति सेकेंड्स की है। अंतरिक्ष का बादशाह बनने की सनक में चीन पागलों जैसा बर्ताव कर रहा है और अब ये दुनिया की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है।