शहर में टीपी नगर सीतामणी क्षेत्र में राजस्व विभाग ने लॉकडाउन के उल्लंघन पर की कार्यवाई
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले नाफरमानों पर प्रशासन की कार्यवाई जारी है।शनिवार को शहर में राजस्व विभाग ने एसडीएम के नेतृत्व में टी पी नगर ,सीतामणी ,एवं रेलवे स्टेशन क्षेत्र के दुकान ,फल विक्रेता एवं होटलों में छापामारी की । जहाँ कुल 6 व्यापारी एवं विक्रेताओं पर 15 हजार 500 रुपए की चालानी कार्यवाई की गई है ।सभी नियमों का उल्लंघन कर ग्राहकों को सामग्री बेच रहे थे। प्रशासन की इस कार्यवाई से शहर में लॉक डाउन तोड़ने वालों में हड़कंप मचा है ।

यहाँ बताना होगा कि जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए 12 अप्रैल से 17 मई तक लाकडाउन लगा हुआ है । इस समयावधि में अति आवश्यक सेवाओं पेट्रोल पंप ,मेडिकल ,आटा चक्की ,अस्पताल ,कृषि एवं पावर सेक्टर को छोंड़कर इस बार भी सभी दुकान एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने लॉकडाउन का जमीनी स्तर पर शत प्रतिशत कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं । ताकि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके। इसी कड़ी में शनिवार को राजस्व विभाग की टीम ने नायब तहसीलदार कोरबा डी आर ध्रुव ,एवं नायब तहसीलदार भैसमा एम एस राठिया के नेतृत्व में शनिवार को टी पी नगर ,सीतामणी एवं रेलवे स्टेशन क्षेत्र में छामामारी की । इस दौरान टी पी नगर स्थित सत्यम इंटरप्राइजेस पर शटर खोलकर ग्राहकों को समान विक्रय करते पाए जाने पर संचालक पर 10 हजार की चालानी कार्यवाई की गई । रेलवे स्टेशन स्थित रेस्टोरेंट में लोगों को बैठाकर खिलाने के कारण संचालक पर 1500 रुपए का जुर्माना किया गया। इसी तरह सीतामणी स्थित किराना स्टोर्स में भी ग्राहकों को दुकान खोलकर सामग्री विक्रय करते पाए जाने पर एक हजार की चालानी कार्यवाई की गईं । यही नहीं 3 फल विक्रेताओं पर एक एक हजार का जुर्माना लगाया गया। इनके द्वारा भी एक स्थान पर बैठकर भींड को न्योता देते हुए लोगों को फल बेचा जा रहा था। इस तरह कुल 6 लोगों पर 15 हजार 500 की चालानी कार्यवाई की गई । साथ ही पुनःनियम तोड़ने पर एफआईआर दर्ज कराए जाने की चेतावनी दी गई है । टीम की औचक निरीक्षण से क्षेत्र में हड़कंप मचा है । साथ ही प्रशासन एवं कानून की सख्ती से व्यापारी लॉकडाउन का पालन करने के प्रति भी सजग रहेंगे । इस कार्यवाई में आरआई खेलन सूर्यवंशी भी शामिल थे।
