उरगा चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम तुमान से लगे रामभांठा के जंगल में सजी थी रईसजादों की महफिल, महिला सरपंच ने कलेक्टर को कार्यवाई के लिए लिखा पत्र
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन में बेख़ौफ चल रहे जुआ फड़ पर शिकायत के बाद भी जब पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी रही तो गांव की सुरक्षा और जुआरियों को सबक सिखाने ग्रामीणों ने मोर्चा संभाल लिया। महिला ,बच्चे जवान डंडे से लैस ग्रामीणों के फड़ में धावा बोलने से दांव लगाने में मशगूल जुआरी सकते में आ गए। भारी मिन्नतों के बाद जुआरी ग्रामीणों की पिटाई व पुलिस की गिरफ्तारी से बचकर भागने में सफल रहे।ग्रामीणों ने इस घटना की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दी है ,जिससे शहर के कई नामचीन लोग बेनकाब हो रहे हैं । इस वाक्ये के बाद भी पुलिस जुआरियो को खदेड़ने की बात से इंकार कर रही है।


उरगाथाना के अंतर्गत आने वाले रामभांठा में लॉकडाउन में भी जुए की फड़ सज रही है । सैकड़ों लोगों की भींड जुट रही है। जिसमें लाखों रुपए दांव पर लगाया जा रहा है ।जुआ फड़ पर पुलिस ने जब कार्यवाही के लिए सक्रियता नहीं दिखाई तो, ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत लबेद की महिला सरपंच के नेतृत्व में मोर्चा संभाला। जहां एक और महिला सरपंच ने पत्र लिखकर जंगलों में चल रहे इस काले कारोबार की शिकायत जिला कलेक्टर से की है, वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने हाथों में डंडे लेकर महिला सरपंच के नेतृत्व में तुमान से लगे रामभाटा के जंगल में चल रहे जुए के फड़ में धावा बोल दिया। जहां ग्रामीणों और जुआ खिलाने वाले काले कारोबार के सफेदपोश सरगना के बीच जमकर विवाद भी हुआ। लेकिन हाथों में डंडों से लैस आक्रोशित ग्रामीणों ने साफ लहजे में कोरोना संक्रमण से गांव की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देने की बात कही। ग्रामीणों के हौसले देखकर जुआड़ी उल्टे पांव वापस भागने में ही अपनी भलाई समझे। बहरहाल इस पूरी घटना में जहाँ पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। वहीं
उरगा थाना प्रभारी लखन पटेल का कहना है कि उन्हें जुआरियो को खदेड़ने की कोई जानकारी नहीं मिली है । उरगा पुलिस ने जुआरियो के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की है।