डीईओ के समर्थन में आए प्राचार्यो के खिलाफ शिक्षक फेडरेशन का फूटा गुस्सा ,कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कोरबा। जो प्राचार्य डीईओ के समर्थन में सहमति पत्र दे रहे हैं ऐसे प्राचार्यो का ड्यूटी कोविड -19 में लगाया जाए। ताकि इस महामारी में अनुभवी लोगो का लाभ मरीजो को मिल सके। यह कहना है अधिकारी और कर्मचारी फेडरेशन का,जिसके पदाधिकारियों ने डीईओ के समर्थन में आए प्राचार्यों के विरोध में पुनः बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है । डीईओ के फरमान के बाद शिक्षको के समर्थन में पूरा फेडरेशन खड़ा हो गया है।
दरअसल जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ अविलम्ब कार्यवाही नहीं होने पर मामला और तूल पकड़ सकता है वहीं इससे कोविड का कार्य प्रभावित होने से इंकार नहीं किया जा सकता बता दें कि अब इस मामले में शासकीय अधिकारी और कर्मचारी फेडरेशन ने भी कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर कहा है
कि जिले के शिक्षकों के द्वारा कोविड -19 ड्यूटी पूरी निष्ठा के साथ की जा रही है जहां निम्न समस्याए विद्यमान है ।जिसके निराकरण की अपेक्षा की गई है। कोविड 19 संक्रमण काल के दौरान संलग्न कर्मचारियों के वेतन रोकने का आदेश विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया है जिससे विकासखंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा माह मार्च व अप्रैल का वेतन रोक दिया गया है जिससे कर्मचारियों के समक्ष आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है , समस्त कर्मचारियों का वेतन अविलम्ब जारी करने हेतु निर्देशित करें |
कोविड -19 ड्यूटी से गंभीर बीमारी से ग्रसित कर्मचारी , गर्भवती एवं शिशुवती महिला , दिव्यांग कर्मचारियों को मुक्त रखा जाए ।
कोविड -19 ड्यूटी रोटेशन प्रणाली के आधार पर 15 -15 दिवस की लगायी जाए साथ ही एक्टिव सर्विलांस , कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कंट्रोल रूम में रोटेशन से कर्मचारी की ड्यूटी लगाने हेतु कर्मचारी की कमी को देखते हुए विभिन्न प्राचार्यो की भी ड्यूटी इसमें लगायी जाए लगभग सभी शिक्षक , उच्च वर्ग शिक्षक , व्याख्याताओ की ड्यूटी लग चुकी है , अतः प्राचार्यो के अनुभव को देखते हुए उसका लाभ लिया जा सकता है । 5 मई को जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा मौखिक आदेश दिया गया कि यदि किसी शिक्षक के परिवार का सदस्य संक्रमित होता है तो उस शिक्षक को अपने कार्य पर उपस्थित होना अनिवार्य है जबकि कोरोना गाइड लाइन के अनुसार वह होम आइसोलेशन में है उन्हें भी ड्यूटी में आने बाध्य किया जा रहा है उसे किसी प्रकार के अवकाश की पात्रता नही होगी जो कि न्याय संगत नही है ।यदि पति – पत्नी दोनों सेवा में है तो किसी एक की ही ड्यूटी लगायी जाए या रोटेशन के आधार पर लगाया जाए . कोविड -19 ड्यूटी के दौरान शिक्षको को मास्क , सेनेटाईजर , ग्लब्स की व्यवस्था शासन स्तर पर की जाय विशेष – पर्याप्त सुरक्षा संशाधन न होने के कारण हमारे कोरबा जिले 20 एवं प्रदेश में 450 शिक्षक साथी संक्रमित हो कर असमय ही काल के गाल में समा गए है |