क्लीनिक को फर्जी बता, डाँक्टर को जेल भेजने की धमकी..! पुलिस प्रशासन की टीम पर तीन लाख की अवैध वसूली का आरोप..! एस आई लाइन अटैच

रायगढ़, । सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम हिर्री में संचालित वारे क्लीनिक के डॉक्टर केपी वारे ने सारंगढ़ पुलिस व प्रशासन की टीम पर 3 लाख की अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत पीड़ित डाँक्टर ने थाने में किया है। सोशल मीडिया में खबर वायरल होने के बाद रायगढ़ एसपी संतोष कुमार सिंह ने सारंगढ़ थाना में पदस्थ एसआई के के पटेल को लाइन अटैच कर दिया है।

शिकायत में डॉक्टर ने बताया है कि क्लीनिक को फर्जी बता और जेल भेजने की धमकी दी गई। डॉ. वारे ने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट करा दिए। 7 मई को लॉकडाउन की मॉनिटरिंग करते हुए तहसीलदार सुनील अग्रवाल, थाना सारंगढ़ के एसआई केके पटेल और बीएमओ डा. आरएल सिदार हिर्री की वारे क्लीनिक में गए थे।

अफसरों ने क्लीनिक को अवैध बताकर अफसरों ने उसे जेल भेजने की धमकी दे दी। कहा, अवैध नर्सिंग होम चला रहे हो। आरोप के मुताबिक तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने डॉक्टर से पांच लाख रुपए मांगे और मामले को रफा-दफा करने की पेशकश की। एसआई कमल पटेल ने मामले को तीन लाख रुपए में सेटल करने की बात कह 20 मिनट के भीतर रुपए की व्यवस्था करने की बात कही।

जेल जाने के नाम से घबराए डॉक्टर ने रिश्तेदारों से व्यवस्था कर तीन लाख रुपए दे दिए। क्लीनिक का पंचनामा बना रहे बीएमओ ने रुपए मिलने के बाद पंचनामा नहीं बनाया। तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने देखा कि सीसीटीवी लगी हुई है कहीं आरोप न लग जाए, इसलिए उन्होंने खड़े होकर फुटेज डिलीट करा दिए। डॉक्टर ने सारंगढ़ एसडीओपी से इसकी शिकायत की। उल्लेखनीय है कि एसआई कमल पटेल पर कुछ दिनों पूर्व एक ग्रामीण ने घर से उठाकर थाने ले जाने, सट्‌टा खिलाने का झूठा आरोप लगाकर पिटाई करने के आरोप लगाए थे।

मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह को मिलने के बाद शिकायत की जांच किए जाने हेतु गरिमा द्विवेदी उप पुलिस अधीक्षक को आदेशित किया गया है। उक्त अवधि में उप निरीक्षक कमल किशोर पटेल थाना सारंगढ़ को रक्षित केंद्र रायगढ़ में संबद्ध किया गया है