किराना दुकान में बिक रहा गरीबों के कोटे का सरकारी चावल

लेमरू पुलिस ने लामपहाड़ में 10 बोरी पीडीएस के चावल के साथ किया गिरफ्तार ,महुआ भी जप्त, लॉकडाउन में खोला था दुकान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । गरीबों को रियायती दर पर दिए जाने वाले सरकारी राशन की खाद्य विभाग की उदासीनता एवं पीडीएस संचालकों की मिलीभगत से दुकानों में खपाया जा रहा है । जिले के दूरस्थ वनांचल ग्राम लामपहाड़ थाना लेमरू क्षेत्रान्तर्गत एक किराना व्यवसायी शाम के वक्त दुकान खोलकर सामान बेच रहा था। जिसे सूचना के आधार पर पुलिस ने सरकारी चावल के साथ रंगे हाथों पकड़ कर आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत गिरफ्तार कर लिया है ।

यहाँ बताना होगा कि लेमरू और इसके आसपास के गांव भी कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं।फिर भी लॉक डाउन में दुकान खोलकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। लेमरू पुलिस को सूचना मिली थी कि लाम पहाड़ में लल्ला किराना दुकान का संचालक जयनारायण यादव उर्फ लल्लू दुकान खोलकर सामान बेच रहा है। एएसआई आजूराम खुशराम ने 17 मई की शाम 6.25 बजे दबिश दी तो किराना सामान व महुआ खरीदते ग्राहक भी मिले। बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के दुकानदारी की जा रही थी। तलाशी करने पर दुकान में 10 बोरी सरकारी चावल भी मिला जिसके संबंध में कोई वैध दस्तावेज जयनारायण प्रस्तुत नहीं कर सका। दुकान से 4 क्विंटल 40 किलो सरकारी चावल, 25 किलो महुआ, तराजू-बाट जब्त कर कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने के मामले में संचालक देवनारायण के विरूद्ध धारा 269, 270 एवं अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है ।इस कार्यवाई ने एक बात स्पष्ट कर दिया है खाद्य विभाग के निरीक्षकों की मिलीभगत से पीडीएस दुकान संचालक फर्जी राशन कार्ड या मृत व्यक्ति के नाम पर आबंटन प्राप्त कर सरकारी राशन को दुकानदारों को बेचकर शासन को नुकसान पहुंचा रहे हैं। समस्त राशनकार्ड की एक बार भौतिक सत्यापन की आवश्यता आ पड़ी है । ताकि इसका पर्दाफाश किया जा सके। सूत्रों के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में हजारों फर्जी राशनकार्ड के जरिये हजारों क्विंटल चावल की अफरातफरी की जा रही है ।