ग्राम पंचायत तानाखार में खाद्यान्न वितरण में फर्जीवाड़े की सारी हदें पार,,समूह को न कार्यवाई का डर न नियम कायदों से सरोकार ,खाद्य अधिकारी ने जांच के दिए आदेश ,विभागीय अधिकारियों की ही भूमिका संदिग्ध ,पूरे जिले के राशनकार्डों का भौतिक सत्यापन जरूरी
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा (भुवनेश्वर महतो )।पीडीएस दुकान संचालक इस कदर गिर गए हैं कि मुर्दों के नाम पर भी फर्जी खाद्यान्न वितरण कर राशन डकार जा रहे। जिले में एक ऐसा ही मामला सोमवार को कलेक्टोरेट में सामने आया ,जहाँ 9 मृत एकल राशनकार्डधारियों के नाम पर पीडीएस दुकान का संचालन करने वाले स्व सहायता समूह लगातार फर्जी खाद्यान्न वितरण दर्शा रहे हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से समूह के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग करने के साथ साथ पँचायत को संचालन दिए जाने की बात कही है ।

मामला पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत तानाखार है । यहाँ पीडीएस दुकान का संचालन स्थानीय महिला शक्ति स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों ने सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर लिखित शिकायत के माध्यम हैरान करने वाली बात बताई है । जिसके तहत 9 मृत एकल राशन कार्डधारियों के नाम पर नियमित तौर पर खाद्यान्न वितरण दर्शाया जा रहा है । जबकि इन हितग्राहियों का राशन कार्ड कायदे से(समर्पित) बंद कर दिया जाना चाहिए था।ग्रामीणों का आरोप है कि स्व सहायता समूह द्वारा शक्कर और मिट्टी तेल निर्धारित दर से अधिक में बेचा जा रहा है । शक्कर 20 रुपए किलो तो मिट्टी तेल 50 रुपए प्रति लीटर में दिया जा रहा है। जिसकी शिकायत 13 मई को एसडीएम पोंडी उपरोड़ा से की गई थी ,लेकिन आज पर्यन्त कार्यवाई नहीं हुई । ग्रामीणों ने समूह का संचालन निरस्त कर ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाए जाने की मांग की है । शिकायतकर्ता ग्रामीणों में नरेश कुमार ,ईतवारा बाई , बेबी बाई ,मनोज , सियाराम,रामबाई ,मथुराबाई शामिल थे। प्रकरण में खाद्य अधिकारी ने खाद्य निरीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं।
तो क्या खाद्य निरीक्षकों की है मिलीभगत?
जिस तरह मृत एकल राशनकार्डधारियों के कार्ड से प्रति माह खाद्यान्न प्राप्ति दर्शाया जा रहा है उसने खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। पूर्व में भी समय समय पर इस तरह के मामले उजागर होते रहे हैं। इससे खाद्य निरीक्षकों की पीडीएस दुकान संचालकों से मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। कायदे से जिला प्रशासन को जिले में एक बार सभी राशनकार्ड का भौतिक सत्यापन किया जाना चाहिए जिससे ऐसे फर्जी राशनकार्डों के नाम पर बोगस खाद्यान्न वितरण दर्शाने के कारनामों का पर्दाफाश किया जा सके। शासन की पीडीएस व्यवस्था को पारदर्शी बनाया जा सके। शासन को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।
इन मृत हितग्राहियों के नाम पर खाद्यान्न डकार रहे
हितग्राही – ग्राम /मोहल्ला
तिलमत/भुवनलाल यादव -नरवापारा
बुधराम /सोहन बिंझवार -नरवापारा
हिरोंदिया/इतवार धनुहार -बरपाली
मगनसाय/लगनसाय यादव -भलपहरी
सत्यनारायण /प्रेमसाय यादव -नरवापारा
संतन बाई /सुकलाल गोंड -अमलीभौना
चंदन बाई /हरिचन्द्र -अमलीभौना
गिरधारी लाल /विधाल- धनुहार अमलीभौना
कंचन हरिनारायण कंवर -अमलीभौना
वर्जन
जांच कराएंगे
प्रकरण गम्भीर है ,आपके माध्यम से सूचना मिल रही । तत्काल खाद्य निरीक्षक के माध्यम से इसकी जांच कराएंगे।दोषियों पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी।
जे के सिंह ,खाद्य अधिकारी