कोरबा 2 नवंबर – छत्तीसगढ़ शासकीय अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर कटघोरा तहसील क्षेत्र के लिपिक व कर्मचारी हड़ताल पर हैं। उन्होंने सामूहिक अवकाश लेकर आज प्रदर्शन किया और 11 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। फेडरेशन की मांग है कि प्रदेश के लिपिकों सहित समस्त कर्मचारियों के वेतनमान की विसंगतियों को दूर किया जाए।, कोरोना संक्रमण के मृतक कर्मचारी के आश्रितों को 50 लाख रूपए का अनुदान एवं अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किया जाए। कोरोना वारियर के रूप में स्वास्थ्य विभाग चिकित्सक, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रोत्साहन राशि के रूप में एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए। जुलाई 2020 में मिलने वाली वेतन वृद्धि को तत्काल बहाल किया जाए। कोरोना संक्रमण से पहले का जुलाई 2019 में 5 प्रतिशत देय महंगाई भत्ता समस्त कर्मचारियों व पेशनरों को प्रदान किया जाए। तृतीय श्रेणी के पदो पर लगी अनुकंपा नियुक्ति में रोक को तुरंत हटाया जाए और लंबित प्रकरणों की एक माह की समय सीमा में निराकरण किया जाए। समस्त विभागों में लंबित पदोन्नति शीघ्र प्रारंभ किया जाए। चतुर्थ श्रेणी के कार्यभारी एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित पदस्थापना में नियुक्त कर नियमित कर्मचारियों के सामान समस्त लाभ दिया जाए। कोरोना में पीडि़त शासकिय कर्मचारी एवं उसके आश्रित के सदस्यों के इलाज में खर्च राशि के चिकित्सा प्रतिपूर्ति हेतु समस्त विभागों में विशेष आबंटन राशि प्रदान किया जाए। राज्य में बढ़ते संक्रमण के कारण मंत्रालय एवं संचनालय की तरह समस्त कार्यालयों में कर्मचारियों की एक तिहाई उपस्थिति का रोस्टर वार किया जाए। नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना छत्तीसगढ़ राज्य में लागू की जाए। प्रदर्शन में शिक्षा, कृषि, वन, जलसंसाधन, लोकनिर्माण विभाग, महाविद्यालयों के लिपिक एवं कर्मचारी शामिल हुए।