आधे अधूरे निर्माण अव्यवस्थित संरचना देख बिफरीं कलेक्टर,जनपद सीईओ को लगाई फटकार ,माँगी जिले के सभी गौठानों की वर्तमान फोटोग्राफ
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा /किसानों को रबी अंतरवर्तीय फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने ,मवेशियों से फसलों की सुरक्षा करने एनजीजीबी योजना के तहत लाखों रूपए की लागत से तैयार किए गए गौठानों में की गई भ्रष्टाचार की पोल कलेक्टर के औचक निरीक्षण में खुल गई । करतला जनपद पंचायत के ग्राम जमनीपाली के गौठान में आधे-अधूरे निर्माण, अव्यवस्थित अधोसंरचना और चारों तरफ उग आए झाड़ियों को देख कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की।कलेक्टर ने जनपद सीईओ को फटकार लगाते हुए गौठान को जल्द से जल्द व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के क्रियाशील ,अक्रियाशील सभी गौठानों की फोटोग्राफ्स सहित मौजूदा हालात की रिपोर्ट मांगी है ।इस जांच प्रक्रिया में गौठान के नाम पर 14वें वित्त ,मनरेगा की राशि का बंदरबाट करने वाले जिले के कई गौठान समिति , सरपंच सचिव नपेंगे।
छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी नरवा ,गरुवा ,घुरुवा ,बाड़ी (एनजीजीबी )के माध्यम से राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने चारों चिन्हारियों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। गांवों में पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गौठान का निर्माण किया गया है।प्रत्येक गौठान के निर्माण में 20 से 26 लाख की राशि व्यय की गई है। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में भी 220 से अधिक गौठान तैयार किए जा चुके हैं तो सैकड़ों गौठानों का निर्माण कार्य जारी है। जो गौठान तैयार हुए हैं वो गौठान समिति की निष्क्रियता की वजह से शासन की यह महती योजना अव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। पाली,कोरबा एवं करतला ब्लॉक की इसकी हालत सबसे ज्यादा खराब है। करतला ब्लाक के गौठानों की पोल शुक्रवार को कलेक्टर रानू साहू के ग्राम जमनीपाली के औचक निरीक्षण के दौरान खुल गई। जहाँ आधे-अधूरे निर्माण, अव्यवस्थित अधोसंरचना और चारों तरफ उग आए झाड़ियों को देख कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की।कलेक्टर ने जनपद सीईओ को फटकार लगाते हुए गौठान को जल्द से जल्द व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। गौठान में निर्माणाधीन कामों को रोककर गौठान को पशुओं के ठहरने लायक बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने गौठान में पशुओं के लिए पानी-चारे की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। श्रीमती साहू ने गौठान के समीप चारागाह विकसित कर पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गौठान में अनावश्यक निर्माण कार्यों को तत्काल बंद करने को कहा और गौठान में वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए तत्काल टांके तैयार करने के निर्देश दिए। श्रीमती साहू ने गौठान से स्वसहायता समूहों को जोड़कर जीविकोपार्जन की गतिविधियां शुरू करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान सहायक कलेक्टर अभिषेक शर्मा और एसडीएम सुनील नायक भी साथ रहे।
तो जिम्मेदारों पर गिरेगी कार्यवाई की गाज
गौठान की जांच प्रक्रिया में 14वें वित्त ,मनरेगा की राशि का गौठान निर्माण के नाम पर बंदरबाट करने वाले जिले के दर्जनों गौठान समिति के पदाधिकारी, सरपंच सचिव नपेंगे। जिले में गौठानों के लिए करीब 50 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। जिसमें से करीब 75 फीसदी राशि का भुगतान भी हो चुका है ।