बाबा का झांसा : 1 का 4 के फेर में 10 लाख गंवाए, जानें क्या है मामला…

धमतरी-अर्जुनी । विज्ञान के युग में भी बाबा के चक्कर में पड़कर लोग शार्टकट तरीके से ज्यादा पैसा कमाने की चाह में अंधविश्वास का शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक शख्स बाबा और उसके सहयोगियों के झांसे में आकर 1 का 4 बनाने के चक्कर में 10 लाख गंवा बैठा। आंख खुली तो पुलिस के पास पहुंचा और एफआईआर दर्ज करा दिया।

मामला धमतरी जिले के थाना अर्जुनी क्षेत्र का है। यहां के ग्राम खरतुली का रहने वाला 39 वर्षीय तरुण साहू पिता हेमू राम 1 साल पहले ग्राम परसतरई अर्जुंदा निवासी संतोष विश्वकर्मा बाबाा के संपर्क में आया। बाबा संतोष अपने चेला ग्राम कोडेवा निवासी संतराम जोशी के साथ तरूण के घर आना-जाना करता था। 1-2 जुलाई को संतोष विश्वकर्मा ने तरूण को बताया कि यादव बाबा नामक व्यक्ति कोई भी नोट को चार गुना बनाकर देता है जिसका नमूना उसके पास है। कथित बाबा संतोष ने 100-100 रुपए का तीन नोट दिखाया। 8 जुलाई को संतोष विश्वकर्मा रकम चौगुना करने वाला डेमो दिखाने के लिए तरूण के घर ग्राम खरतुली आया और थाली में कुछ केमिकल डालकर तरुण के द्वारा दिये गये 500 रुपए के ओरिजनल नोट से कोरे कागज पर 500-500 रुपए का तीन नोट बनाकर दिखाया। 22 जुलाई को भी उसी तरह 500 रुपए के 10 नोट को 24 नोट बनाकर तरुण के घर खरतुली में दिखाया। 24 जुलाई को यादव नामक बाबा, संतोष विश्वकर्मा एवं संतराम जोशी तरुण के घर सुबह 9 बजे आये और नोट चार गुना करने की बात कहकर 10 लाख रूपए लिये। उस रकम को एक काले कपड़े में बांधकर सामने रखा और तरुण को तुलसी माता की पूजा कर आने फिर पैसा को केमिकल में डालकर दस लाख को चालीस लाख बनाने की बात कही। पूजा करते समय यादव बाबा आया और बोला कि रकम को केमिकल में डुबा दिया हूं, शाम 6.30 बजे तक इंतजार करना। इसके बाद अपने दोस्त से मिलकर आता हूं बोलकर बाबा दोपहर 2 बजे तरुण के घर से चला गया फिर वापस नहीं लौटा। उसका मोबाइल बंद बताने पर संतोष विश्वकर्मा, संतराम जोशी से लगातार मोबाईल से संपर्क करने पर यादव बाबा का कोई पता नहीं चला तो 27 जुलाई को यादव बाबा द्वारा बनाये गये बंडल को खोलकर देखने पर कोरा कागज निकला। संतोष विश्वकर्मा, संतराम जोशी एवं यादव बाबा ने मिलकर तरुण से 10 लाख की ठगी को अंजाम दिया। तरुण की रिपोर्ट पर कथित बाबाओं के विरुद्ध धारा 420, 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।