दो स्कूली बच्चों के संक्रमित होते ही मचा हड़कंप ,वार्ड के स्कूल बंद

पार्षद की मौजूदगी में अभिभावकों ने स्कूल नहीं भेजने का लिया निर्णय

कोरबा। भले ही कोरोना की तीसरी लहर का तांडव अभी शुरू नहीं हुआ हो लेकिन इसकी आहट अभी से सुनाई देने लगी है। सोमवार को कोयलांचल मानिकपुर के अंतर्गत अमीषापारा में इसका असर देखने को मिला। दो स्कूली बच्चों सहित एक साथ 12 लोगों के इलाके में संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गई है।जिसे देखते पार्षद की अध्यक्षता में शाला प्रबंधन समिति ने स्थिति सामान्य होने तक ऑफ लाईनमोड में शाला संचालन बन्द रखने का निर्णय पारित किया।बुधवार से वार्ड के किसी भी स्कूलों के पट नहीं खुलेंगे।

मार्च 2020 से कोरोना पूरे देश मे तांडव मचा रही है। दूसरी लहर के आने से पहले वैक्सीनेशन की शुरुआत जरूर हुई फिर भी उस अनुपात में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है जिस अनुपात में आबादी है ।यही वजह दूसरी लहर में लाखों लोग कोरोना की वजह असमय काल के गाल में समा गए। दूसरी लहर थमने व वैक्सीनेशन बढ़ने की वजह से कुछ माह से स्थिति में जरूर सुधार आया था। पर सवा साल से घाटे में चल रहे निजी स्कूलों द्वारा इसको लेकर सरकार पर भी दबाव बनाया जा रहा था। प्रदेश में 1 प्रतिशत से भी कम कोरोना संक्रमण की दर को देखते हुए राज्य शासन ने ऐसे सभी जिलों में 2 अगस्त से कड़े कोविड प्रोटोकॉल के तहत स्कूल संचालित करने के आदेश जारी किए थे। शाला प्रबंधन समिति (एसएमसी),पालक समिति की अनुमति के बाद
कक्षा पहली से पांचवीं ,आठवीं दसवीं व बारहवीं कक्षा का संचालन 50 फीसदी उपस्थिति के साथ शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। ग्राम पँचायत स्तर पर सरपंच एवं नगरीय निकायों में पार्षदों की सहमति में स्कूल खोलने के आदेश दिए गए थे।बच्चों को रोस्टर अनुसार स्कूल बुलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। पहले ही दिन पूरे जिले में उत्साह के साथ बच्चों को शाला प्रवेश कराया गया। स्वागत सत्कार की परंपरा भी निभाई गई। पर बिना वैक्सीनेशन के बच्चों को स्कूल भेजने का क्या परिणाम हो सकता है इसका प्रारंभिक नजारा सोमवार को ही दिख गया।
जिले में नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत मानिकपुर वार्ड में एक सरकारी विद्यालय में आने वाले दो बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जिसके बाद संपर्क में आने वाले अन्य बच्चे और शिक्षक भयभीत हैं। इनके अलावा मानिकपुर वार्ड के अमीषापारा में कुछ लोगों को भी संक्रमित पाया गया है। एक ही दिन में इलाके में 12 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनकी रिपोर्ट उजागर होने से लोगों में हड़कम्प मचा है । मौजूदा स्थिति को देखते हुए क्षेत्र के पार्षद ने विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों और पालक समिति की बैठक की। इसमें कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति और इसके दुष्प्रभाव को लेकर चर्चा की गई। तय किया गया कि तत्काल प्रभाव से स्कूलों को बंद किया जाए। अगली स्थिति तक प्रत्यक्ष रूप से शैक्षणिक गतिविधियों को संचालित नहीं किया जाए। जो लोग संक्रमित हैं वे सतर्कता के साथ रहें। जबकि अन्य सभी विद्यालयों से संबंधित छात्रों को ऑनलाइन मोड पर पढ़ाया जाए।

इलाके को बनाया गया कंटेनमेंट जोन, जांच भी शुरू

हालात बिगड़ने के कारण हर किसी का डरना जरूरी है। मानिकपुर के एक इलाके में दो छात्रों के कोरोना संक्रमित पाए और मोहल्ले के कुछ और लोगों में लक्षण मिलने पर प्रशासन हरकत में आ गया। इस क्षेत्र को तत्काल प्रभाव से कंटेनमेंट जोन घोषित करने के साथ जरूरी कार्यवाही की जा रही है। क्षेत्र की घेराबंदी करने के साथ वहां कंटेनमेंट जोन के पोस्टर लगाए गए हैं। लोगों को कहीं भी आवाजाही नहीं करने के लिए कहा गया। पुलिस की टीम आज यहां पर पहुंची थी। उनकी उपस्थिति में क्षेत्र के लोगों का कोविड टेस्ट किया गया।

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दो बच्चे संक्रमित पाए गए ऑफलाइन अध्यापन बन्द रहेगा

हमारे विद्यालय में आने वाले बच्चों में से दो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पिछले कुछ दिनों से मोहल्ला क्लास चलाई जा रही थी जिसमें सीमित बच्चे उपस्थित हो रहे थे। इन्हीं में से दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संबंधित बच्चे अमीषापारा के हैं। आसपास का क्षेत्र भी प्रभावित है इसलिए आगामी निर्देशों तक ऑफलाइन मोड में अध्ययन-अध्यापन बंद रहेगा।

सुरेश वस्त्रकार, प्रधान पाठक, माध्यमिक शाला मानिकपुर

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अभिभावक हैं असहमत इसलिए लिया निर्णय

स्थानीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है कि वार्ड के अंतर्गत शैक्षणिक कार्य फिलहाल ऑफलाइन मोड में ना कराया जाए। शिक्षकों के साथ पालक समिति ने इस बारे में बैठक कर कोरोना की स्थिति पर चर्चा की। अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के पक्ष में नहीं हैं। इसलिए खतरों को सामान्य होने तक प्रतीक्षा की जाएगी।

– फूलचंद सोनवानी, पार्षद, मानिकपुर वार्ड