दीपका में दीपावली के पहले लोगों की सेहत बिगाड़ने वाले बेनकाब

8 संस्थानों के खाद्य पदार्थों में उत्पादन अवसान तिथि का उल्लेख नहीं ,विभाग ने लगाया 11 हजार का जुर्माना

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज दीपका – दीपावली के पर्व को देखते हुए मिलावटखोरों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा विभाग की होटलों मिठाई दुकानों में जांच एवं कार्यवाई जारी है । शनिवार उपनगरीय क्षेत्र दीपका स्थित 8 दुकानों में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नायब तहसीलदार के नेतृत्व में औचक छापामारी की । इस दौरान मिठाइयों में उत्पादन तिथि ,अवसान तिथि का उल्लेख नहीं करने से लेकर लाइसेंस प्रदर्शित नहीं करने से लेकर साफ सफाई का अभाव पाया गया । जिसके लिए संचालकों पर 11 हजार का अर्थदंड लगाया गया है । विभाग की इस कार्यवाई से संचालकों में हड़कंप मचा है ।

दीपावली पर्व की आड़ में अधिक मुनाफा की लालच में गुणवत्ताहीन नकली खोवे से बनी मिठाई तैयार की जा रही है । जिसे रोकने के लिए कलेक्टर किरण कौशल के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम छापामारी कर रही है । इसी कड़ी में उपनगरीय क्षेत्र दीपका में नायब तहसीलदार शशि भूषण सोनी ,खाद्य सुरक्षा अधिकारी आर आर देवांगन ,विकास भगत ने 8 दुकानों में औचक जांच की । टीम ने अन्नपूर्णा डेयरी ,अमन डेयरी ,जय माँ समलाई जूस सेंटर ,शालीमार डेयरी ,शिवम स्वीट्स एंड डेयरी ,राधे स्वीट्स,बीकानेर स्वीट्स ,मधुबन स्वीट्स में खाद्य पदार्थों की जांच की । जांच कब दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है । इन संस्थानों के पैकेट बन्द खाद्य पदार्थों में उत्पादन एवं अवसान तिथि का उल्लेख नहीं था । लाइसेंस प्रदर्शित नहीं किया गया था । साफ सफाई का अभाव था । ग्लब्स मास्क का उपयोग नहीं किया जा रहा था। लिहाजा मौके पर ही संचालकों के खिलाफ राजस्व अधिकारी ने 11 हजार का अर्थदंड लगाया है। साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित नहीं कराने पर दुकान सील करने की चेतावनी दी गई है ।

सेहत से कर रहे खिलवाड़

उपनगरीय क्षेत्र दीपका के चंद मिठाई दुकानों एवं डेयरी से उत्पादन अवसान तिथि का उल्लेख नहीं करने का गम्भीर मामला सामने आया है । उसने निश्चित तौर पर इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि इन संस्थानों के अलावा जिले के प्रत्येक खाद्य संस्थानों में लापरवाही की जा रही है । जिसका मूल कारण प्रतिमाह सतत जांच नहीं होना है । इस तरह के खाद्य पदार्थों के सेवन से लोगों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । लिहाजा केवल पर्व ही नहीं कायदे से हर माह निरीक्षण किए जाने पर ही इस तरह की गंभीर गड़बड़ी पर नकेल कसी जा सकती है ।