अप्पू गार्डन के एटीएम में हुई वारदात,पुलिस जांच में जुटी
कोरबा ।एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर रकम उड़ाने वाला गिराेह शहर में भी सक्रिय हाे गया है। सीएसईबी चौकी से महज 200 मीटर दूर अप्पू गार्डन के पास स्थित एटीएम काेतवाली पुलिस ने एटीएम मशीन को निशाना बनाते हुए इस गिरोह ने शातिराना ढंग से 40 हजार रुपए निकाल लिए। मामले की शिकायत पर पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है।
एसबीआई बैंकाें से संबंधित एटीएम मशीनाें का मेंटनेंस करने वाले चन्द्र शेखर क्षीरसागर (34) ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की, तब इसका खुलासा हुआ। चंद्रशेखर के अनुसार काेरबा अप्पू गार्डन के पास स्थित एसबीआई एटीएम मशीन में 10 अगस्त काे किसी ने एटीएम में शटर टेम्परिंग कर रकम निकाल ली है। शाम 7 से 8 बजे के बीच 40 हजार रुपए निकाल लिए गए। बताया जा रहा है कि पुलिस काे शहर में एटीएम से इस तरह से रकम निकालने की सूचनाएं मिल रही थी। एटीएम में लाेगाें के सहयाेग के नाम पर रकम उड़ाना, एटीएम बदलना, एटीएम ब्लाॅक हाेने का झांसा देकर, ऑनलाइन ठगी का तरीका पुराना हाे गया है। लाेग जैसे-जैसे जागरूक हाे रहे हैं। ठग और चाेर अपना तरीका भी बदल रहे हैं।एटीएम के कैश ट्रे में फंसी रकम काे निकाल लेते हैं।
इस तरह देते हैं वारदात को अंजाम
ठग बैंक में फर्जी नाम पते देकर खाते खुलवाते हैं और एटीएम कार्ड हासिल कर लेते हैं। इसमें अकाउंट्स से कैश नहीं निकलता, लेकिन एटीएम से कैश निकल जाता है। इसमें एटीएम के ऑटोमेटिक डिपोजिट-विड्रॉल मशीन को टारगेट किया जाता है। इसमें ट्रांजेक्शन की पूरी प्रोसेस ताे हाेती है, लेकिन जब कैश निकलने वाला होता है तो अंतिम समय पर टाइमिंग देख कैश ट्रे के शटर को पिन, चाबी या उंगली से अटका देते हैं। कैश ट्रे में फंसे रुपए निकाल लेते हैं और बैंक को तुरंत पता नहीं चलता।
एटीएम में नहीं रहते सुरक्षाकर्मी ,कैसे रुकेगी वारदात
एटीएम से रकम पार करने की ये नई घटना नहीं है इसके पूर्व भी इस तरह के मामले जिले में सामने आ चुके हैं। इसके बाबजूद शहर ,उपनगरीय क्षेत्र ,ग्रामीण अंचलों के एटीएम सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति बैंक प्रबंधन नहीं करती। जबकि पुलिस कई मर्तबा इसको लेकर बैंक प्रबंधन को ताकीद कर चुकी है। लेकिन बैंक प्रबंधन इसे गम्भीरता से नहीं ले रही। एटीएम को भगवान भरोसे छोड़ देने का खामियाजा ऐसी घटनाओं के रूप में देखने को मिलता है। हालांकि शहर के एटीएम से चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस की रात्रि गश्ती पर भी सवाल उठने लगे हैं।