10 दिन पूर्व हुआ था हादसा, रायपुर के निजी अस्पताल में चल रहा था ईलाज ,एक एक कर तोड़ा दम ,औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी दफ्तर में बैठे दे रहे क्लीनचिट
कोरबा । दीपका के रतीजा स्थित स्पेक्ट्रम पावर प्लांट में कोयला का ढेर गिरने से झुलसे तीनों मजदूरों की मौत हो गई है। 10 दिन पूर्व हुए घटना के बाद इन्हें ईलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इनकी हालत में सुधार नहीं हो सकी और तीनों ने एक एक कर दम तोड़ दिया।
यहाँ बताना होगा कि दीपका के रतीजा स्थित स्पेक्ट्रम पावर पावर प्लांट में 10 दिन पूर्व प्रबंधन ने घटना दिवस को 3 श्रमिकों पाली थाना क्षेत्र के ग्राम नुनेरा निवासी मुंशी 40 वर्षीय शिव कुमार सोनी ,दीपका बस्ती निवासी लोडर ऑपरेटर 43 वर्षीय महेंद्र पांडेय और ट्रेलर चालक 24 वर्षीय जसीम अंसारी को काम पर लगाया गया था। सुलगते हुए कोयले को राख सहित उठाकर अन्य जगह पर ले जाने के लिए कोयले के ढेर को खींचकर लोडर के सहारे ट्रेलर पर लोड किया जा रहा था। इसी दौरान अचानक लोडर के बकेट से खींचकर उठाने के दौरान गर्म कोयला भरभराकर राख सहित गिर गया। जिसकी जद में आने से मुंशी शिव कुमार सोनी ,ऑपरेटर महेंद्र पांडेय व ट्रेलर चालक जसीम अंसारी बुरी तरह झुलस गए। कोयले से झुलसे तीनों कर्मचारियों को गम्भीर अवस्था में ईलाज के लिए देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थिति बिगड़ने पर उन्हें रायपुर रेफर कर दिया गया था। जहां उपचार के दौरान स्थिति में सुधार नहीं आ सकी और अलग अलग दिवस में एक एक कर तीनों मजदूरों ने दम तोड़ दिया।
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी ,स्पॉट पर जाए बगैर दे रहे क्लीनचिट
औद्योगिक संस्थानों में होने वाले घटनाओं में जिले में अंकुश नही लग पा रहा है। औद्योगिक संस्थानों में सेफ्टी सम्बन्धी मापदंडों का पालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की है। लेकिन इस विभाग के अधिकारी दफ्तरों में बैठे बैठे औद्योगिक उपक्रमों ,संस्थानों की मॉनिटरिंग कर हैं। कमीशन में बंधे अफसरों ने औद्योगिक घरानों को मनमानी की छूट दे दी है। जिसकी वजह से उद्योगों द्वारा सुरक्षा में बरती जा रही कोताही के कारण मजदूरों की जान जा रही है। इससे पूर्व गत माह 22 जुलाई को औद्योगिक क्षेत्र खरमोरा स्थित शिवा इंडस्ट्रीज में कार्यरत राजू लोनिया नामक श्रमिक की करंट प्रवाहित वेल्डिंग में गिरने से मौत हो गई थी।रतीजा में हुए इस घटना में भी जिम्मेदार अधिकारी मीडिया से ही घटना स्थल की एक्जेक्ट लोकेशन मांग रहे हैं।औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग अधिकारी विजय कुमार सोनी ने शुक्रवार की रात फोन कर उल्टे प्रबंधन को ही क्लीनचिट दे दी। उनका कहना था कि हमें जो सूचना मिल रही उसके अनुसार घटना संयंत्र परिसर के बाहर हुई है। आपको एक्जेक्ट लोकेशन पता हो तो बताएं हम जांच करेंगे।इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह अधिकारियों द्वारा पदीय दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है। निश्चित तौर पर उद्योगों औद्योगिक संयंत्रों में निर्धारित सेफ्टी नाम्स का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराए जाने की आवश्यकता है। ताकि कार्यरत मजदूर असमय ऐसे काल कवलित न हों।
आग से झुलसे ऑपरेटर के खिलाफ ही दर्ज कराई थी शिकायत ,हो गई मौत
इस गम्भीर हादसे के बाद प्रबंधन के मुंशी कटघोरा रोड दीपका निवासी राम मंगल प्रसाद ने हादसे में झुलसे लोडर ऑपरेटर महेंद्र कुमार पांडेय के खिलाफ ही उपेक्षा ,लापरवाही व उतावलेपन से कार्य करने की शिकायत दर्ज कराई थी। मुंशी की शिकायत पर दीपका पुलिस ने ऑपरेटर महेंद्र कुमार पांडेय के खिलाफ धारा 285,287,337 के तहत कार्यवाई कर जांच कर रही थी। लेकिन जिस ऑपरेटर के खिलाफ शिकायत थी उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
वर्जन
प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी नपेंगे
प्रकरण में हमने 4 अगस्त को ही एफआईआर दर्ज कर लिया था। जिसमें धारा 285 भी जोड़ा गया है जिसके तहत काम करने व करवाने वालों के खिलाफ कार्यवाई होगी। चूंकि मृतक महेंद्र पांडेय डंपर ऑपरेटर कर रहा था इसलिए वो भी आरोपी है साथ ही प्रबंधन भी आरोपी बनेगा। प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी नपेंगे।
अविनाश सिंह ,थाना प्रभारी दीपका