सत्रह हजार दीपों से हुआ मां का श्रृंगार ,जगमग हुआ देवी दरबार ,डेढ़ साल बाद भक्तों की मौजूदगी से लौटी रौनक ,कोविड -प्रोटोकॉल के बीच श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। मां दुर्गा की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्रि का गुरुवार से आगाज हो गया । कोरोना संकट कम होने के बावजूद एहतियातन प्रशासन द्वारा लागू किए गए कड़े कोविड -प्रोटोकॉल के बीच मंदिरों में पूजा अर्चना कर लोगों ने मनोवांक्षित मुरीद की कामना की।

पिछले डेढ़ साल से पूरे देशवासी कोरोना के कहर से जूझ रहे हैं। टीकाकरण अभियान में तेजी आने के साथ साथ दूसरी लहर थमने के बाद स्थिति पहले से सामान्य होने लगी हैं। इसी के साथ साथ कोविड -प्रोटोकाल में रियायतों के बीच कई क्षेत्रों में लोगों को राहत मिलने लगी है।तमाम क्षेत्रों में पाबंदियों में दी गई छूट के बाद सबसे ज्यादा निगाहें आस्था के केंद्र मंदिरों पर टिकी हुई थी। पिछले डेढ़ साल से नवरात्रि का पर्व कोरोना की भेंट चढ़ गया था।मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के दर्शन निमित्त बन्द हो गए थे।लेकिन वर्तमान में प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी दर नियंत्रण में होने की वजह से इस बार शारदीय नवरात्रि में श्रद्धालुओं को निराश नहीं होना पड़ेगा। प्रशासन ने कड़े कोविड -प्रोटोकॉल के बीच श्रद्धालुओं को मंदिर में पूजा अर्चना की छूट दे दी है। इसी के साथ ही गुरुवार से शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में पूजा अर्चना के निमित्त पहुंचे भक्तों की रौनक देखने को मिली।शहर एवं जिले के प्रसिद्ध देवी मंदिर सर्वमंगला मंदिर में पहले ही दिन रौनक देखने को मिली। पुजारी प्रबंधक एवं सर्वराकार नन्हा पांडेय जी के मार्गदर्शन में कोविड -प्रोटोकॉल के बीच दर्शन की उत्तम व्यवस्था की गई है। मंदिर में श्रीफल (नारियल )फोड़ने एवं नारियल प्रसाद देने लागू की गई पाबंदियों का पालन कराया जा रहा है। मंदिर में तिलक लगाने व घण्टी बजाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है। भोग मिष्ठान चढ़ाने श्रृंगार सामग्री चढ़ाने पर कोई प्रतिबंध नहीं हैं। मंदिर में करीब 9 हजार ज्योतिकलश प्रज्वलित करने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें 8100 तैल्य ज्योतिकलश ,700 घृत श्रृंगार एवं सर्वमनोकामना ज्वारा कलश प्रज्वलित कराने अब तक 57 रसीदें कटवाई जा चुकी हैं। सभी भक्त ज्योतिकलश का मास्क लगाकर दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को आकषर्क लाईट से सजाया गया है। मंदिर परिसर में स्थित अन्य सभी मंदिरों में लोग मत्था टेक रहे हैं। पार्किंग की भी शानदार व्यवस्था की गई है । सर्वमंगला मंदिर के अलावा पाली के चैतुरगढ स्थित महिषासुर मर्दिनी मंदिर ,मड़वारानी मंदिर ,नोनबिर्रा स्थित डिंगनेश्वरी मंदिर ,दर्री स्थित भवानी मंदिर ,दीपका स्थित दीपेश्वरी मंदिर ,छुरी स्थित कोसगई मंदिर , बिंझरा स्थित राजग्वालिन मंदिर,हरदीबाजार (सराई सिंगार )स्थित चेपारानी मंदिर, चोढ़ा स्थित चोढ़ारानी मंदिर ,दीपका बस्ती स्थित समलाई मंदिर में भी शारदीय नवरात्रि आस्था एवं उल्लास से मनाया जाएगा।पूरे जिले में करीब 17 हजार ज्योतिकलश प्रज्वलित होंगे।

कहाँ कितने ज्योतिकलश 👇

सर्वमंगला मंदिर -9001

मड़वारानी मंदिर -5001

दीपेश्वरी मंदिर -501

समलाई -151

भवानी मंदिर 501

महिषासुर मर्दिनी मंदिर -751

राजग्वालिन मंदिर -151

चोढा रानी -351

चेपा रानी -251

डिंगनेश्वरी -251

अन्य -90

योग -17,000