नई दिल्ली। देश से मानसून की जहां विदाई चल रही है तो दूसरी तरफ एक भीषण चक्रवातीय तूफान की देश में फिर से आहट सुनाई देने लगी है। बंगाल की खाड़ी में उत्तरी अंडमान के समुद्र (बंगाल की खाड़ी) में 10 अक्टूबर के आसपास लो प्रेशर एरिया के सक्रिय होने का अनुमान है। इसके बाद अगले चार-पांच दिनों में यह लो प्रेशर डिप डिप्रेशन में बदल जाएगा और एक शक्तिशाली भीषण चक्रवातीय तूफान के अंदर तब्दील हो जाएगा। चक्रवातीय तूफान का असर उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र पर तो पड़ेगा ही बल्कि एनसीआर-दिल्ली, हरियाणा व पूर्वी राजस्थान तक असर होने की पूरी संभावनाएं हैं।
यूएई ने दिया है जवाद साइक्लोन का नाम
इस बार जो चक्रवातीय तूफन बन रहा है उसका नाम (जवाद) होगा। जिसका नामकरण साउदी अरब ने किया है। साउदी अरब में जवाद का मतलब उदार होता है, चक्रवात को कुदरत की देन मानकर इसका नामकरण जवाद किया गया है। इस चक्रवातीय तूफान के दक्षिणी ओडिशा के तटीय क्षेत्रों पर 15 अक्टूबर लैंडफॉल करने की संभावनाएं बन रही है। फिर यह उत्तर पश्चिम की ओर आगे बढ़ेगा। जिसकी वजह से यहां भारी से अति भारी बारिश की भी संभावना बन रही है।