आज दिल्ली आ जाएंगे उत्तराखंड में फंसे लोग – मुख्यमंत्री ने भिलाई के यात्रियों से फोन पर बात की, कहा- आप लोग जल्दी ही घर पहुंचेंगे

उत्तराखंड में फंसे पर्यटकों को बुधवार को ही राहत शिविर में लाया जा चुका था।
उत्तराखंड की बाढ़ और भू्स्खलन में फंसे छत्तीसगढ़ के 55 लोग गुरुवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार शाम अपने निवास कार्यालय से उत्तराखंड में भिलाई के फंसे यात्रियों से फोन के जरिए बातचीत कर उनका कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सबको किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य शासन द्वारा आप सबके सकुशल वापसी के लिए आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीमा सिंह, रूही मिश्रा, अनीता मिश्रा, लता, सुनिधि, श्रीशा, धृति और प्रशंसा से एक-एक कर बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने यात्रियों से पूछा कि वहां छत्तीसगढ़ के कितने लोग हैं। आप लोग वहां किन परिस्थितियों में फंस गए थे। यात्रियों ने बताया, उन्हें बरसात में उत्तराखंड के हालात की जानकारी नहीं थी। वे 55 लोग यहां घूमने आए थे।

भारी बरसात और भूस्खलन में फंस कर रह गए। यात्रियों ने कहा कि यहां दूसरे राज्यों के भी लोग फंसे हैं। हम लोगों तक जल्दी मदद पहुंच गई। जब तक हम लोगों को वहां से बचाया नहीं गया था, तब तक सभी लोग डरे हुए थे। खाने की भी कमी हो गई थी। अब सब ठीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा, उत्तराखंड में आप सबके फंसे होने की सूचना मिलते ही मैंने मुख्य सचिव और दुर्ग जिला प्रशासन को आप सबकी सुरक्षा और सकुशल वापसी के लिए हर संभव पहल करने के लिए निर्देशित किया था। मुख्यमंत्री ने कहा, भगवान का शुक्र है कि आप सभी लोग सकुशल हैं। आप लोगों को गुरुवार को दिल्ली लाया जा रहा है। वहां से आप लोग जल्दी ही अपने घर में होंगे।

अलग-अलग पहुंचे थे भिलाई के लोग
भिलाई से 14 अक्टूबर को एरोबिक्स सीखने वालों का एक दल उत्तराखंड के लिए गया था। इसमें से 30 लोग तो अपने निजी वाहन से गए थे। वहीं 20 लोग दुर्ग स्टेशन से राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचे और उसके बाद वहां से नैनीताल पहुंचे। नैनीताल घूमने के बाद वह लोग 17 अक्टूबर को कसौली गए और वहां से वापस आते समय कैंचीधाम के बाद तेज बारिश में फंस गए।

सरकार की कोशिशों के बाद नैनीताल लाया गया
इसकी जानकारी मिलने के बाद राज्य सरकार और दुर्ग जिला प्रशासन ने उत्तराखंड सरकार से संपर्क किया। बचाव अभियान में छत्तीसगढ़ के लोगों को निकालकर नैनीताल पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया, छत्तीसगढ़ के सभी यात्रियों को 21 अक्टूबर को वापस लाया जाएगा।