गोरखपुर में प्रियंका गरजीं और कहा : कबीर कहते थे- साईं इतना दीजिए जामे कुटुंब समाय, भाजपा कहती है जनता का सब लूटि लूटि पूंजपतियों को देऊ पहुंचाय

उत्तर प्रदेश में आज सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में प्रियंका का डंका बजा। उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा रैली में जहां मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा, वहीं नेताओं के चरित्र का भी चित्रण किया।

उत्तर प्रदेश में आज सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में प्रियंका का डंका बजा। उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा रैली में जहां मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा, वहीं नेताओं के चरित्र का भी चित्रण किया। उन्होंने नेता पर जनता की आस्थाओं की जिम्मेदारी और जवाबदेही का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि, “जो सत्ता में होता है वो आपको बताता है कि आपका जीवन बहुत अच्छा हो गया है। और जो विपक्ष में होता है वो बताता है कि आपका जीवन नारकीय बना हुआ है। ये आस्थाओं का देश है। हम अपने देश में आस्था रखते हैं। अपनी मेहनत, अपनी धरती, अपने धर्म पर आस्था रखते हैं। और अपने नेताओं में भी आस्था रखते हैं। हम जब अपने देश के नेताओं में आस्था रखते हैं तो हम मानते हैं जो वो कह रहे हैं उसे वो सच्चाई और निष्ठा से करेंगे। लेकिन सच्चाई इससे अलग होती है।

उन्होंने कहा कि, “आज जब हम बड़े बड़े विज्ञापन देखते हैं तो पता चलता है कि विकास तो आ चुका है।“ उन्होंने चुटकी ली कि, “इतना बड़ा विज्ञापन है, प्रपोपागैंड है तो विकास तो आ ही चुका होगा। कहीं न कहीं तो आया होगा। मेरे नहीं तो किसी और के द्वारा आया होगा। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री जब कहते हैं तो लगता है पूरा न सही लेकिन कुछ न कुछ तो सही बोल रहे होंगे। जब प्रधानमंत्री जनता के 8 हजार करोड़ से इटली जाते हैं तो हमें लगता है वो देश का नाम रोशन कर रहे हैं। लेकिन हम खुद क्या झेल रहे हैं। सच्चाई हम जानते हैं।”

प्रियंका गांधी ने कहा कि, “नाव निषादों की मां होती है। नदी पर उनका हक़ होता है। लेकिन इस सरकार ने उनकी रोजी रोटी छीन ली। उन्होंने आवाज़ उठाई तो उन्हें मारा पीटा उनकी नाव तोड़ दी। इसी तरह किसान परेशान हैं। आंदोलन कर रहे हैं। दलित, बुनकर, अल्पपसंख्यक, बहुजन और ब्राह्मणों का भयंकर शोषण हुआ है। आगरा में 30 दलितों को उठाकर थाने में रखकर मारा पीटा गया। मैं उस लड़की से मिली जिसके पति की उसकी आंखों के सामने पुलिस ने पीट पीटकर हत्या कर दी। मैं उसकी पीड़ा को यहां व्यक्त तक नहीं कर सकती।“

कांग्रेस महासचिव ने एक के बाद एक मिसाले देते हे कहा कि, “जहां संकट है, मुश्किल है, संघर्ष है वहां ये सरकार अपना चेहरा दूसरी ओर कर लेती है और जनता की मदद नहीं करती। किसान खाद की लाइन में लगे लगे दम तोड़ रहे हैं, वो खाना खाने, पानी पीने नहीं जा सकते। न उनके यहां गैस सिलिंडर था, न कोई सरकारी मदद। 2-3 लाख का कर्ज था उन पर। साढ़े चार सालों में आपको गन्ने की क़ीमत बढ़ाने का मौका नहीं मिला?”

प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “आदित्यानाथ खुद को गोरखनाथ की परंपरा का बताते हैं। लेकिन उनके कहे को नहीं मानते। जनता का शोषण करते हैं। गोरखपुर में सरकार ने बुलडोजर लगा रखा है। कबीर कहते थे- साईं इतना दीजिए जामे कुटुंब समाय। भाजपा कहती है जनता का सब लूटि लूटि पूंजपतियों को देऊ पहुंचाय।

प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी और बीएसपी को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा, “उन्होंने चीनी मिलों को बंद करवाया। ये कांग्रेस को भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। लेकिन जब आप पर हमला होता है तो ये क्यों नहीं आपके साथ होते।“

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने केंद्र सरकार को भी आड़े हों लिया। उन्होंने कहा, “आपके लोन माफी की बात पर सरकार कहती है पैसे नहीं हैं। और अपने खरबपति मित्रों का लोन माफ कर देते हैं। सत्तर साल का हिसाब मांगते हैं। ये और हमारी सत्तर सालों की मेहनत को सात सालों में बेंच दिया।“ रोजगार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि, “भाजपा के मंत्री के भाई को सवर्ण गरीब कोटे से नौकरी दी गई। रक्षक-भक्षक बन गया है। न अपराधी काबू में आ रहे हैं, न पुलिस काबू में आ रही है। अपराधियों को ढूँढने के लिये दूरबीन लेना पड़ता है। और जब वो ये बोल रहे थे तो उनके साथ अजय मिश्रा टेनी खड़ा था। मैं कहतीं हूं दूरबीन छोड़िये चश्मा लगाइये और अपराधी को सलाखों के पीछे भेजिये। मनीष गुप्ता, विवेक तिवारी को पुलिस, ने पीट पीटकर मार दिया।“

उन्होंने लोगों के सामने आ रही दिक्कतों को भी गिनाया। प्रियंका ने कहा कि, “जनता संकट में है। सरकार जनता के साथ नहीं खड़ी है। ऐसे में जनता की अपने नेता में आस्था हिलती है। जब आस्था हिले तो प्रश्न पूछिये कि आपका भरोसा क्यों टूटा। इनकी सरकार ने जन जन की रोजी रोटी खत्म कर दी। कोरोनाकाल में लोगों पर दमन किया। परेशानी का वीडियो वॉयरल करने पर डराया धमकाया जाता था। ऑक्सीजन सिलेंडर मांगने पर संपत्ति जब्त करने की धमकी दी जा रही है। जिन लोगों ने कोरोना में अपनों को खोया है कांग्रेस पार्टी उन्हें 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी। गोरखपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब है। अब पांच साल जब खत्म होने को है तो ये मेडिकल कॉलेज खोलने के दावे कर रहे हैं। बंद चीनी मिल खोलने के वादा किया था आप बताओ कितने चीनी मिल इन्होंने चालू करवाया।“में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, सलमान खुर्शीद, गोरखपुर जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान, आशुतोष तिवारी शहर अध्यक्ष गोरखपुर, बस्ती जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा, देवरिया से राम जी गिरि, किसान कांग्रेस के सूर्यमणि, अंबेडकर नगर जिलाध्यक्ष अमित वर्मा, कुशीनगर से राजकुमार रैली में शामिल हुये। गोरखपुर जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने स्वागत भाषण दिया।

प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के कई जुमलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, “हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज की यात्रा कराने का वादा किया था। पैदल और साधन से चलना मोहाल कर दिया है। तेल 100 रुपये के ऊपर है। जिसने आपको इतने वादे किये एक भी वादा पूरा नहीं किया। तो आप अपने नेता पर सवाल उठाइये। यदि आप प्रश्न नहीं उठाएंगे तो बदलाव नहीं आयेगा। सच्चाई ये है कि आपके साथ धर्म और आस्था के नाम पर खिलवाड़ किया गया।”

प्रियंका गांधी ने कहा कि, “ सेवा नेता का सबसे बड़ा गुण होता है। ये गुण इंदिराजी और सरकार पटेल में था। उन्होंने जनता की आस्था को बनाये रखने के लिये अपनी जान कुर्बान कर दी। उनको मालूम था कि उनकी हत्या हो सकती थी फिर भी वो पीछे नहीं हटीं। सिर्फ़ और सिर्फ़ आपकी आस्था के लिये। देश के लिये। मैं आज आपके बीच उनकी सीख लेकर खड़ी हूँ। मैं आपके आस्था को नहीं तोड़ूंगी।“

प्रियंका गांधी ने अपने भाषण का समापन गुरु मछेन्द्रनाथ और गुरु गोरखनाथ की जय के साथ किया।