मुम्बई । शिवसेना ने बीजेपी के चंदा अभियान की खिल्ली उड़ाई है।शिवसेना ने इस पर जोरदार हमला करते हुए कहा है कि दुनिया की सबसे अमीर पार्टी चंदा मांग रही है।वो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के लिए चंदा मांग कर कह रहे हैं कि इस चंदे के पैसे से देश मजबूत होगा।एक पार्टी विशेष को चंदा देने से देश कैसे मजबूत हो सकता है, यह समझ से परे है. साथ ही देश के प्रधानमंत्री देश के लिए नहीं बल्कि एक पार्टी के लिए चंदा कैसे मांग सकते हैं, यह भी समझ से परे है।शिवसेना की ओर से यह सवाल सांसद संजय राउत ने उठाया है।
संजय राउत सोमवार की सुबह मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि, ‘बीजेपी की ओर जेपी नड्डा चंदा मांगते तो बात समझी जा सकती थी। लेकिन देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति या राज्यपाल किसी पार्टी विशेष के लिए चंदा मांगे यह उचित नहीं है।कोरोना काल में भी चंदा मांगा गया था। वो किसी देश के फंड में या सरकारी फंड के लिए नहीं मांगा गया था।वे पैसे पीएम केयर फंड में जमा हुए ।यह एक प्राइवेट फंड है। इसकी कोई खाता-बही नहीं है, कोई हिसाब किताब नहीं है।
‘पीएम मोदी द्वारा देश की बजाए पार्टी के लिए चंदा मांगना अनुचित ही नहीं, अनेतिक भी’
संजय राउत ने आगे कहा कि, ‘ देश किसानों, मजदूरों, उद्यमियों से बलशाली होता है पता था, लेकिन बीजेपी को चंदा देने से देश बलशाली होगा यह अब पता चला है।पूरी दुनिया में देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति या राज्यपाल किसी पार्टी विशेष के लिए चंदा मांगता हुआ नजर नहीं आता है।यह ना सिर्फ अनुचित है, बल्कि अनैतिक भी है’।
‘चंदा सिर्फ बीजेपी को दो, किसी और पार्टी को नहीं, यह साफ संदेश है’
शिवसेना सांसद ने कहा कि, ‘चंदा सिर्फ हमें दो, किसी और को नहीं, यह साफ मैसेज दिया जा रहा है। बीजेपी के बैंक खाते में देखें तो सैकड़ों करोड़ जमा हैं।टाटा से लेकर सभी ने उन्हें चंदे दिए हैं।चंदा देना-लेना कोई गलत नहीं है, बशर्ते वह कानून सम्मत और न्याय सम्मत हो।लेकिन प्रधानमंत्री को सिर्फ देश की बात करनी चाहिए, पार्टी की नहीं। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा।
‘कार्यकर्ताओं और जनता से चंदा है बहाना, देश के उद्योपतियों की ओर है निशाना
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 97 वीं जयंती के दिन बीजेपी ने विशेष चंदा अभियान शुरू किया।इस अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों से निधि जुटाई जा रही है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हजार रुपए का योगदान देते हुए इस मुहिम की शुरुआत की।इस पर संजय राउत अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कह रहे थे कि देश की जनता से चंदा लेने का बहाना है, दरअसल यह देश के उद्योगपतियों को इशारा है।क्योंकि कई राज्यों में चुनाव आने वाला है।