खुशखबरी! कोरोना की इस वैक्सीन ने 99 फीसदी लोगों में तैयार की मजबूत इम्यूनिटी

इस ट्रायल के दूसरे फेज की स्टडी में 560 लोग शामिल थे. इनमें ज्यादातर ब्रिटिश लोग शामिल थे और इस ट्रायल में सामने आया है कि कम से कम साइड इफेक्ट्स के साथ ये वैक्सीन लगभग सभी उम्र के लोगों के लिए प्रभावशाली साबित हुई है.

इससे पहले अमेरिका की बायोटेक फर्म मॉर्डेना और फाइजर एंड बायोटेक ने भी कहा था कि उनकी वैक्सीन 95 प्रतिशत प्रभावशाली है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन पिछले एक हफ्ते में तीसरी ऐसी कैंडिडेट है जिसने कोरोना वैक्सीन को लेकर पॉजिटिव न्यूज दी है.

ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के इंवेस्टिगेटर डॉ महेशी रामासामी का कहना था कि कोविड की वैक्सीन के लिए हमारी प्राथमिकता बुजुर्ग लोग हैं क्योंकि उनमें इस बीमारी का ख़तरा काफी ज्यादा है.

हमें खुशी है कि ना सिर्फ बुजुर्ग लोगों में बल्कि युवाओं में भी इस वैक्सीन के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं.  (Representative Image)

हालांकि ऑक्सफोर्ड के ये नतीजे टेस्टिंग की शुरुआती स्टेज से लिए गए हैं तो ये पूरी तरह से बता पाना मुश्किल है कि आखिर कोरोना के खिलाफ ये वैक्सीन रियल लाइफ परिस्थितियों में कितनी कारगर होगी. इसके बावजूद ये काफी सकारात्मक कदम है और अगले कुछ हफ्तों में इस टेस्टिंग के डिटेल्ड नतीजे सामने आ जाएंगे.

इस रिसर्च में सामने आया कि हर एज ग्रुप के लोगों ने इस डोज को लेने के 28 दिनों के अंदर ही एंटीबॉडी डेवलेप कर ली थी जो वायरस को खत्म करने में कारगर है. दूसरी डोज के बाद ये और भी ज्यादा प्रभावी पाया गया. वारविक यूनिवर्सिटी के एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ माइकल टिलडेस्ली ने भी इस वैक्सीन की तारीफ करते हुए इसे गेम चेंजर बताया है और उन्हें इस वैक्सीन से काफी उम्मीदें हैं. उन्होंने ब्रिटिश सरकार के वैक्सीन प्रीऑर्डर के फैसले को एकदम सही बताया है.  (Representative Image)

अगला कदम यह देखना होगा कि क्या इस वैक्सीन के जरिए बीमारी से सुरक्षा मिल सकती है या नहीं. इसका मतलब है यह कि अब दुनियाभर में बनने वाली कम से कम 4 वैक्सीन ऐसी हैं जो जल्द बाजार में आ सकती हैं. क्योंकि ट्रॉयल में यह सुरक्षित और कारगर साबित हो रही हैं. इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन के अलावा Pfizer-BioNTech, Sputnik-V और Moderna द्वारा विकसित टीके भी शामिल हैं.

माना जा रहा है कि ऑक्सफोर्ड की ये वैक्सीन बाकी कंपनियों की तुलना में काफी सस्ती हो सकती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मोर्डेना की वैक्सीन की एक डोज की कीमत लगभग 2500 से 3000 वहीं फाइजर की प्रति डोज की कीमत 1500 रूपए के आसपास हो सकती है वही ऑक्सफोर्ट वैक्सीन की डोज की कीमत 200 से 250 रूपए के बीच हो सकती है.