पटवारी का कारनामा ,सड़क की जमीन अंदर,अंदर की जमीन सड़क पर रिकार्ड में दर्शा दी ,ग्राम उरगा में नेशनल हाईवे , भारत माला व रेल कॉरिडोर योजना के तहत अधिग्रहित भूमि की सर्वे में गड़बड़ी,कलेक्टर से हुई शिकायत

कोरबा । निर्माणाधीन नेशनल हाईवे, भारत माला परियोजना एवं रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा। 2 दर्जन ग्रामीणों ने तत्कालीन पटवारी और उसके सहयोगी के विरूद्ध गंभीर आरोप लगाकर कलेक्टर से शिकायत की है।

जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि उनकी निजी स्वामित्व व आधिपत्य की कृषि भूमि एवं मकान ग्राम उरगा, पहनं. 27 में स्थित भूमि नेशनल हाईवे एवं भारत माला व रेल कॉरिडोर योजना के तहत अधिग्रहित की गई है। भूमि के सर्वे के समय तत्कालिक पटवारी सुखसागर दास महंत उरगा में पदस्थ था। उसके साथ भूमि दलाल धनेश्वर दास काम करता था तथा समस्त पटवारी दस्तावेजों को अपने घर में रखता था तथा पटवारी के जानकारी बिना खसरा रकबा में छेड़छाड़ करता था। जमीन दलाल एवं संबंधित पटवारी द्वारा भूमि के खसरा नंबर में हेरा-फेरी करते हुए किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है एवं आवेदकगण की भूमि के खसरा, रकबा एवं चौहद्दी में छेड़छाड़ कर रोड से लगी भूमि को अंदर की ओर, अंदर की भूमि को रोड से लगी होना सेटिंग कर एवं ट्यूबवेल लगा खेत को एक फसली के रूप में जानबूझकर गलत जानकारी के आधार पर भू-अर्जन अधिकारी कोरबा के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। इसके आधार पर भूमि का एवार्ड पारित किया गया है। इसके संबंध में अलग-अलग किसानों के द्वारा अपनी-अपनी भूमि को समस्त दस्तावेज सहित भू-अर्जन अधिकारी को आपत्ति प्रस्तुत किया गया है लेकिन उक्त संबंध में आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। जिस किसान के द्वारा एवार्ड राशि लेने के लिए संबंधित भू-अर्जन कार्यालय में अपना दस्तावेज जमा करा दिया गया है, उनका 4-6 माह बाद भी उनका मुआवजा राशि आज तक नहीं मिला है। दूसरी ओर उपरोक्त लोगों के द्वारा राशि दिलाने के नाम पर रकम की मांग की जा रही है। पटवारी पर आरोप है कि रकम देने के बाद ही जमीनों का सही खसरा व रकबा प्रस्तुत करने की बात कह रहा है। आर्थिक नुकसान झेल रहे ग्रामीण मधुर सिंह, सकराम सिंह, डायमंड, साहूकराम, जिवराखन, शांतिलाल पाटले, चरण सिंह, ताराचंद, विष्णु केंवट, बरन सिंह, कम्हन सिंह, छोटू लाल, भोलाराम, बाबू राम, लक्ष्मीनारायण राजवाड़े, मुरारीलाल धीवर, रामचंद्र पाटले, गणेशराम दिवाकर, बुड़गा धीवर, श्रीमती उमा कंवर, मतंग भारद्वाज, रामेश्वर यादव, संतोष सिंह कंवर ने धनेश्वर, दिनेश अग्रवाल एवं उरगा पटवारी जितेन्द्र तरूण के विरूद्ध उचित कार्यवाही की मांग की है।