मेड इन इंडिया और मेड इन इंडिया एक साथ नहीं रह सकते- राहुल गांधी,पीएम मोदी पर साधा निशाना

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को भारत से कुछ वैश्विक ब्रांडों के बाहर निकलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि “हेट-इन-इंडिया” और मेक-इन-इंडिया एक साथ नहीं रह सकते हैं। उन्होंने देश में बेरोजगारी के बारे में भी बात की और प्रधान मंत्री से “विनाशकारी बेरोजगारी संकट” पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

भारत से कारोबार चलाने में आसानी

7 वैश्विक ब्रांड , 9 कारखाने ,649 डीलरशिप , 84 हजार नौकरियां मोदी जी, हेट-इन-इंडिया और मेक-इन-इंडिया एक साथ नहीं रह सकते! इसके बजाय भारत के विनाशकारी बेरोजगारी संकट पर ध्यान केंद्रित करने का ये समय है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर सात वैश्विक ब्रांडों को दिखाते हुए एक तस्वीर साझा की है। जिसमें उन्होंने लिखा है– 2017 में शेवरलेट, 2018 में मैन ट्रक्स, 2019 में फिएट और यूनाइटेड मोटर्स, 2020 में हार्ले डेविडसन, 2021 में फोर्ड और 2022 में डैटसन- जो देश से बाहर हो गए हैं। 45 करोड़ लोगों ने नौकरी की तलाश बंद कर दी जानकारी के लिए आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इससे पहले मोदी सरकार पर रोजगार को लेकर निशाना साधा था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते मंगलवार को अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा था कि न्यू इंडिया का न्यू नाराः हर-घर बेरोज़गारी, घर-घर बेरोज़गारी। 75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके ‘मास्टरस्ट्रॉक’ से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं। राहुल गांधी ने साथ ही एक समाचार रिपोर्ट भी साझा की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बीते पांच सालों में 2.1 करोड़ नौकरियां चली गईं और 45 करोड़ लोगों ने नौकरी की तलाश बंद कर दी है।