एक तरफ सड़क बन जाने के बाद भी बंद दर्री बराज मार्ग को लेकर भड़के राजस्व मंत्री ,मौके पर पहुंच जेसीबी से हटवाया ,मार्ग खुलते ही लोगों ने जताया हर्ष

कोरबा । राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की पहल पर लगभग ढ़ाई महीनों से आवागमन के लिए बन्द किए गए दर्री डैम के पुल को दुपहिया वाहनों की आवाजाही के लिए आज सुबह से खोल दिया गया है। राजस्व मंत्री ने सुबह दर्री डैम पहुंचकर मौका मुआयना करने के बाद मार्ग बन्द करने के लिए डम्प की किए गए गिट्टी, मुरूम और मिट्टी को हटवाया।

मौका मुआयना करने पर राजस्व मंत्री ने पाया कि पुल के ऊपर एक लेन का डामरीकरण कार्य पूरा हो गया है अतएव दुपहिया वाहनों की आवाजाही से शेष कार्य को सम्पादित करने में कोई बाधा नहीं आएगी। डैम पर कार्य में लगे जेसीबी की मदद से अवरोध को हटवाया गया ताकि दुपहिया वाहनों के आवागमन के लिए मार्ग खुल सके। अभी चारपाहिया वाहनों के आवागमन की सुविधा बन्द रहेगी। जैसे ही पुल के ऊपर दूसरी लेन के डामरीकरण का कार्य पूरा हो जाता है, चार पहिया वाहनों की आवाजाही के लिए भी इसे चालू किया जाएगा। इस अवसर पर राजस्व मंत्री ने कहा कि दर्री डेम से गोपालपुर तक फोर लेन सड़क निर्माण कार्य आरंभ होने के साथ ही दर्री डेम के पुल पर बनी वर्षों पुरानी सड़क की हालत कई बार मरम्मत कराने के बाद भी ठीक नहीं थी। इतना ही नहीं अनेक बार मरम्मत कार्य की वजह से पुल पर भार भी बहुत बढ़ गया था। अतः पुल पर बने सड़क को पूरी तरह से उखाड़कर नए सिरे से सड़क बनाने का कार्य किया जा रहा है। चूंकि कार्य बड़ा था अतएव सुरक्षित और पुख्ता कार्य के लिए इस पुल मार्ग को विगत ढ़ाई महीनों से बंद कर दिया गया था और अब धीरे-धीरे आम नागरिकों की सुविधा के लिए इसे बहाल किया जा रहा है।
बुधवार 8 जून को दर्री हाईस्कूल परिसर में आयोजित सरकार तुंहर दुआर समाधान शिविर का शुभारंभ करने पहुंचे राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से उपस्थित नागरिकों ने निवेदन किया था कि दर्री क्षेत्र से बालको क्षेत्र में आने-जाने के लिए कोरबा होकर जाना पड़ता है जिसके लिए एक तरफ कम से कम 16 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करने के साथ ही समय भी बहुत ज्यादा लगता है। श्री अग्रवाल ने लोगों को आश्वासन दिया था कि वे स्वयं मौका मुआयना करने के बाद इस विषय पर कोई फैसला ले सकेंगे। स्थल का निरीक्षण करने पर उन्होंने पाया कि आधे अवरोध को हटवा देने से दुपहिया वाहनों के आवागमन की सुविधा हो जाएगी और शेष कार्य को पूरा करने के लिए निर्माण एजेंसी को भी अब कोई परेशानी नहीं होगी। राजस्व मंत्री स्वयं ध्यानचंद चौक से बाईक में बैठकर पुल के दूसरे छोर तक गए और उन्होंने पाया कि दुपहिया वाहनों की आवाजाही से चल रहे कार्य में व्यवधान नहीं पड़ेगा।

16 किलोमीटर के अतिरिक्त चक्कर लगाने से मिलेगी राहत

दर्री क्षेत्र से बड़ी संख्या में दुपहिया वाहनों से बालको की तरफ आने-जाने वाले लोगों का तांता लगा रहता है जिनमें संयंत्र में कार्य करनेवालों के अलावा अन्य लोग भी होते हैं। इन लोगों को विगत ढ़ाई महीनों से जब से डैम के पुल पर सड़क उखाड़कर नए सिरे से बनाने का कार्य चालू हुआ, मार्ग एकदम से बंद कर दिया गया था। अब कम से कम दुपहिया वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी। उम्मीद की जाती है कि शीघ्र ही यह सुविधा चार पहिया वहनों के लिए भी बहाल हो जाएगी। दर्री डेम के प्रवेश मुहाने पर जेसीबी से मार्ग अवरोध को हटाए जाने के समय बड़ी संख्या में दुपहिया वाहन चालक एकत्र हो गए थे और उनके चेहरे पर प्रसन्न्ता साफ दिखाई दे रही थी कि समय और इंधन की बचत के साथ-साथ 16 किलोमीटर के अतिरिक्त चक्कर लगाने से उन्हें राहत मिलेगी।